प्रमुख वाहन विनिर्माता कंपनियों मारुति सुजुकी और हुंडई मोटर की घरेलू बिक्री में चिप की किल्लत के चलते थोक बिक्री में भारी नुकसान हुआ, दूसरी तरफ टाटा मोटर्स, स्कोडा और किआ इंडिया ने पिछले महीने अपनी अब तक की सबसे ज्यादा मासिक थोक बिक्री हासिल की है
इलेक्ट्रॉनिक चिप की कमी के चलते वाहन निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी और हुंडई मोटर मार्च 2022 के दौरान घरेलू बिक्री में गिरावट आई है। वहीं टाटा मोटर्स ,स्कोडा और किआ इंडिया पिछले महीने अपनी उच्चतम मासिक थोक बिक्री हासिल की।
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने कहा कि मार्च 2022 में उसकी बिक्री पिछले पांच साल में सबसे ज्यादा रही। महिंद्रा एंड महिंद्रा ने भी मार्च के दौरान अपने यात्री वाहनों की बिक्री में वृद्धि दर्ज की है। कार निर्माता मारुति सुजुकी इंडिया (MSI) ने कहा कि मार्च में उसकी घरेलू बिक्री सात प्रतिशत घटकर 1,43,899 इकाई रह गई, जो एक साल पहले इसी महीने में 1,55,417 इकाई थी।
दूसरी ओर, टाटा मोटर्स ने मार्च 2022 के दौरान एक महीने में अपने यात्री वाहनों की सबसे अधिक बिक्री हासिल की। मार्च 2022 में कंपनी की थोक बिक्री 43 प्रतिशत बढ़कर 42,293 इकाई हो गई, जो मार्च 2021 में 29,654 इकाई थी।
टाटा मोटर्स यात्रा वाहन ने एक बयान में कहा कि उन्होंने अपने वाहनों की नई रेंज के लिए अब तक की सबसे अधिक वार्षिक, त्रैमासिक और मासिक बिक्री हासिल की है, जो मजबूत मांग और आपूर्ति पक्ष पर चुस्त कार्रवाई से प्रेरित है।
इसी तरह, महिंद्रा ने बताया कि पिछले महीने घरेलू बाजार में उसकी यात्री वाहनों की बिक्री मार्च 2021 में 16,700 इकाइयों से 65 प्रतिशत बढ़कर 27,603 इकाई हो गई। टोयोटा किर्लोस्कर मोटर की थोक बिक्री भी मार्च 2022 में 14 प्रतिशत बढ़कर 17,131 इकाई हो गई। एक साल पहले इसी महीने में 15,001 यूनिट्स की बिक्री हुई थी।
वाहन निर्माता किआ इंडिया ने शुक्रवार को मार्च में अपनी अब तक की सबसे अच्छी मासिक बिक्री 22,622 इकाई दर्ज की। कंपनी ने कहा कि पिछले महीने उसकी थोक बिक्री पिछले साल के इसी महीने की तुलना में 18 प्रतिशत बढ़कर 22,622 इकाई हो गई।
मार्च में, सेल्टोस 8,415 यूनिट की बिक्री के साथ कंपनी का बेस्ट-सेलर बना रहा, जबकि नए लॉन्च किए गए कैरेंस ने 7,008 यूनिट डिस्पैच दर्ज करते हुए गति पकड़ी। सोनेट और कार्निवल ने भी अच्छी बिक्री दर्ज की, किआ की कुल मार्च 2022 टैली में 6,871 और 328 इकाइयों का योगदान दिया।
सेमीकंडक्टर की कमी के कारण वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान के बावजूद कंपनी ने पिछले वित्तीय वर्ष में 1,86,787 यूनिट की बिक्री के साथ समापन किया। ब्रांड ने साल दर साल 20 फीसदी की वृद्धि दर्ज की।