देश भर में कोरोना के तीसरे वेरिएंट ने अपना कहर दिखाना शुरू कर दिया है। दरअसल, नवंबर के अंतिम सप्ताह में पहचाने गए कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन (Omicron) ने पूरे विश्व में अनिश्चिय और भय को और भी ज्यादा बढ़ा दिया है।
Third wave havoc: देश भर में कोरोना के तीसरे वेरिएंट ने अपना कहर दिखाना शुरू कर दिया है। दरअसल, नवंबर के अंतिम सप्ताह में पहचाने गए कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन (Omicron) ने पूरे विश्व में अनिश्चिय और भय को और भी ज्यादा बढ़ा दिया है। हालांकि, डबल्यूएचओ का मानना है कि 47 से अधिक देशों में फैल चुके ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variants) से अब तक कहीं भी मौत के केस देखने को नहीं मिले है।
लेकिन, तेजी से बढ़ते संक्रमण के कारण अमेरिका व दक्षिण अफ्रीका सहित यूरोप के कई देशों के हॉस्पिटल में संक्रमितों की बाढ़-सी आने लगी है। अमेरिका-यूरोप में इसका सामुदायिक प्रसार और भी तेजी से बढ़ता जा रहा है।
दक्षिण अफ्रीका और अन्य देशों के वैज्ञानिक यह जानने में जुटे हैं कि क्या ओमिक्रॉन अधिक गंभीर बीमारी की वजह से पैदा हो जाता है और मौजूदा टीकों के लिए ज्यादा प्रतिरोधी है। दक्षिण अफ्रीका में डॉक्टरों और विशेषज्ञों शुरुआती रुझानों के अनुसार पर आश्वस्त कर रहे हैं कि जिससे होने वाला संक्रमण बहुत हल्का है।
दक्षिण अफ्रीका में गत हफ्ते में कुल संक्रमण के केसों में 700% का उछाल देखने को मिला है। बीते हफ्ते सोमवार को 2300 केस सामने आए थे, जबकि शुक्रवार को 16000 मामले सामने आए। हालांकि, इनमें ओमिक्रॉन संक्रमितों की संख्या निश्चित नहीं है, लेकिन करीब 70 प्रतिशत से ज्यादा केस ओमिक्रॉन के ही बताए गए हैं।