बुढ़ापे की लाठी बनने की जगह बेटे-बहू ने मां-बाप को घर से बेदखल कर दिया। बुजुर्ग मां-बाप पर उनको थोड़ा भी तरस नहीं आया। बेटे-बहू की इस करतूत से परेशान मां-बाप सड़क पर रहने को मजबूर होने लगे। इन सबके बीच उन्हें पुलिस से मदद की उम्मीद दिखी तो वह कानपुर की चकेरी पुलिस के पास पहुंचे।
कानपुर। बुढ़ापे की लाठी बनने की जगह बेटे-बहू ने मां-बाप को घर से बेदखल कर दिया। बुजुर्ग मां-बाप पर उनको थोड़ा भी तरस नहीं आया। बेटे-बहू की इस करतूत से परेशान मां-बाप सड़क पर रहने को मजबूर होने लगे। इन सबके बीच उन्हें पुलिस से मदद की उम्मीद दिखी तो वह कानपुर की चकेरी पुलिस के पास पहुंचे।
वहीं, इस दिन पुलिस कमिश्नर असीम अरूण (Police Commissioner Aseem Arun) भी वहां पहुंचे थे। बुजुर्ग दंपित को देख पुलिस कमिश्नर (police commissioner) ने उनकी समस्या को सुनी। इसके बाद वह बुजुर्ग दंपित के साथ उनके घर पहुंचे और उनका हक दिलाए। वहीं, मां-बाप को प्रताड़ित करने वाले बेटे-बहू को सबक भी सिखाया और उनके खिलाफ शांति भंग की कार्रवाई की।
जाजमऊ निवासी एक बुजर्ग दंपति काफी समय से परेशान थे। दोनों को उनके ही बेटे-बहू ने बेघर कर दिया था। पुलिस अफसरों और थाने चौकी के सामने पीड़ित दंपति गुहार लगा चुके थे लेकिन किसी ने मदद की। वो हर दिन ऐसे ही भटक रहे थे। वहीं, शनिवार को पुलिस कमिश्नर असीम अरुण चकेरी थाने पहुंचे। तभी पीड़ित दंपति वहां आ पहुंच गए।
सीपी ने उनकी समस्या सुनी। प्रार्थना पत्र लिया। उसके बाद उनके बेटे बहू के खिलाफ शांति भंग(151) में केस दर्ज किया। महिला थाने का फोर्स बुलाया। उसके बाद दंपति को लेकर उनके घर गए। उनके बेटे बहू को फटकारा। हिदायत दी कि भविष्य में इस तरह का व्यवहार नहीं होना चाहिए।