गौरव गोगोई ने आगे कहा कि, आज ट्रेन में महंगी AC कोच वाले टिकट मिल रहे हैं, लेकिन जनरल और स्लीपर क्लास में जो सुविधा होनी चाहिए, वो नहीं है। अधिकतर ट्रेन यात्री जनरल और स्लीपर क्लास में जाते हैं, लेकिन सरकार का पूरा ध्यान AC कोच पर है। AC कोच में जाने वाले लोगों के लिए सरकार सुविधा दे रही है, लेकिन जनरल, स्लीपर और सेकंड सिटिंग रिजर्व कम्पार्टमेंट में भीड़ के कारण आज लोगों को सीट मिलना मुश्किल है।
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने सोमवार को एआईसीसी मुख्यालय में प्रेस ब्रीफिंग की। इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार को कई मुद्दों पर घेरा। उन्होंने कहा कि, आज सरकार के द्वारा इकॉनोमिक सर्वे प्रकाशित हुआ है, लेकिन यह इकोनॉमिक सर्वे जमीनी हालात से बिल्कुल परे है। इकोनॉमिक सर्वे में सरकार का पक्ष ‘सब चंगा सी’ जैसा है। जबकि असलियत में लोगों की हालात ठीक नहीं है। सरकार आज भी महंगाई को नियंत्रित नहीं कर पाई है। उन्होंने आगे कहा कि, अमीर को महंगाई से फर्क नहीं पड़ता है, लेकिन गरीब-मध्यम वर्ग के लिए यह एक बड़ी समस्या है। आज गरीब और मध्यम वर्ग को ‘मोदी मतलब महंगाई’ दिखता है। महंगाई कब कम होगी, इसका जवाब इकोनॉमिक सर्वे में नहीं मिलता। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जी को तो महंगाई दिखती ही नहीं।
उन्होंने आगे कहा कि, कोविड के बाद देश में असमानता बढ़ी है। देश के गरीब और आम लोग सरकार से इस असमानता के खिलाफ सुविधा मांगते हैं, लेकिन मोदी सरकार सिर्फ स्लोगन देती है।एक समय नरेंद्र मोदी कहते थे कि हवाई चप्पल वाला व्यक्ति हवाई जहाज में जाएगा। लेकिन आज हवाई चप्पल वाला व्यक्ति, ट्रेन में भी नहीं चल पा रहा है।
गौरव गोगोई ने आगे कहा कि, आज ट्रेन में महंगी AC कोच वाले टिकट मिल रहे हैं, लेकिन जनरल और स्लीपर क्लास में जो सुविधा होनी चाहिए, वो नहीं है। अधिकतर ट्रेन यात्री जनरल और स्लीपर क्लास में जाते हैं, लेकिन सरकार का पूरा ध्यान AC कोच पर है। AC कोच में जाने वाले लोगों के लिए सरकार सुविधा दे रही है, लेकिन जनरल, स्लीपर और सेकंड सिटिंग रिजर्व कम्पार्टमेंट में भीड़ के कारण आज लोगों को सीट मिलना मुश्किल है।
साथ ही कहा, जिन क्षेत्रों में भारतीयों को सबसे ज्यादा रोजगार मिलता है, आज उन क्षेत्रों के हालात-टेक्सटाइल को लेकर सरकार की योजना विफल हो चुकी है। बांग्लादेश और वियतनाम जैसे देश हम से आगे निकल चुके हैं? सरकार ‘मेक इन इंडिया’ की बात करती है, लेकिन उन्हें चाइनीज टेक्नीशियन का वीजा चाहिए। सरकार ऐसी अर्थव्यवस्था बना रही है, जहां प्रोडक्ट Made in India हैं, लेकिन वो Made by Chinese हैं। हमारा व्यापार घाटा बढ़ता जा रहा है। हर सेक्टर में सरकार विफल है और छोटा दुकानदार मर रहा है। आने वाले समय में सूरत, राजकोट और अहमदाबाद जैसे शहरों के यही छोटे दुकानदार BJP को करारा जवाब देंगे।
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि, नरेंद्र मोदी के दो हथियार हैं-भय और भ्रम…ये Economic Survey उसी भ्रम का एक उदाहरण है कि ‘सब चंगा सी’। Economic Survey बड़ी-बड़ी कंपनियों का मुनाफा बढ़ता हुआ दिखा रहा है, अगर ऐसा है तो कंपनियों में नौकरियां कितने लोगों को मिली हैं? ये सर्वे अगर इतना ही अच्छा है, तो भारत का युवा रूस की सेना में भर्ती क्यों हो रहा है? अगर इकॉनमी अच्छी होती तो बाहर के लोग यहां आ रहे होते, लेकिन आज इसके उलट पलायन हो रहा है।