बसपा सुप्रीमो मायावती यूपी चुनाव को लेकर बहुत ज्यादा हो हल्ला मचाते नजर अब तक नजर नहीं आई हैं। वो अपने विरोधियों को चुप रहकर गफलत में डालने का काम कर रही हैं। बता दें कि बसपा ने इस चुनाव में साइलेंट किलर के तौर पर मैदान में जानें का मन बनाया है।
लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती(Mayawati) यूपी चुनाव को लेकर बहुत ज्यादा हो हल्ला मचाते नजर अब तक नजर नहीं आई हैं। वो अपने विरोधियों को चुप रहकर गफलत में डालने का काम कर रही हैं। बता दें कि बसपा ने इस चुनाव में साइलेंट किलर के तौर पर मैदान में जानें का मन बनाया है। पार्टी ने एक ऐसा समीकरण बनाया है जिससे इस चुनाव की प्रमुख विपक्षी दल सपा को बड़ा नुकसान हो सकता है। माना जा रहा है कि वह ‘BDM’ गठजोड़ यानी ब्राह्मण, दलित और मुस्लिम पर आगे बढ़ रही हैं।
यदि उन्हें इस समीकरण पर वोट मिलते हैं तो सपा को बड़ा झटका लग सकता है। इसकी वजह यह है कि सपा के 85 फीसदी का ही बड़ा हिस्सा मायावती के ‘BDM’ समीकरण में शामिल है। यही नहीं जिन जगहों पर सपा ने मुस्लिम उम्मीदवार नहीं दिए हैं, वहां बसपा के कैंडिडेट को लाभ मिलने की स्थिति है। खासतौर पर पश्चिम यूपी में ऐसा हो सकता है। यहां तक कि सहारनपुर में इमरान मसूद(Imran Masood) और मसूद अख्तर भी हाथी की सवारी की तैयारी में हैं। यदि ये दोनों नेता बसपा में जाते हैं तो फिर सपा को सीधे तौर पर पश्चिम यूपी में मुस्लिम वोटों का नुकसान उठाना पड़ सकता है।