उत्तराखंड (Uttarakhand) के काशीपुर (Kashipur) में खनन माफियाओं (Mining Mafia)ने बुधवार देर शाम मुरादाबाद पुलिस टीम (Moradabad Police Team) पर हमला बोला है। उन्हें बंधक बनाकर जमकर मारपीट की और गोलियां भी चलाईं। इसमें एक महिला की गोली लगने से मौत हो गई, जबकि चार सिपाहियों सहित कुल पांच घायल हुए हैं।
मुरादाबाद। उत्तराखंड (Uttarakhand) के काशीपुर (Kashipur) में खनन माफियाओं (Mining Mafia)ने बुधवार देर शाम मुरादाबाद पुलिस टीम (Moradabad Police Team) पर हमला बोला है। उन्हें बंधक बनाकर जमकर मारपीट की और गोलियां भी चलाईं। इसमें एक महिला की गोली लगने से मौत हो गई, जबकि चार सिपाहियों सहित कुल पांच घायल हुए हैं। मुरादाबाद पुलिस टीम (Moradabad Police Team) के इस ऑपरेशन ने कानपुर के बिकरू कांड (Kanpur Bikaru case) की याद दिला दी। आइए जानते हैं इस पूरे ऑपरेशन के बारे में-
बता दें कि बीते 13 सितंबर को खनन इंस्पेक्टर (Mining Inspector) और एसडीएम (SDM) के साथ बदसुलूकी की गई थी। इस घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने कड़ी नाराजगी जताई थी। इसके बाद मुरादाबाद पुलिस (Moradabad Police) ने खनन माफिया (Mining Mafia) जफर व कई लोगों के साथ मुकदमा दर्ज किया गया था। मुकदमे में नामजद जफर तभी से फरार चल रहा था।
जफर को पकड़ने गई थी पुलिस
मुरादाबाद पुलिस (Moradabad Police) ने जफर पर 50 हजार का ईनाम भी घोषित कर रखा था। बुधवार की शाम की जफर की लोकेशन ठाकुर द्वारा तहसील मिली तो स्थानीय पुलिस व एसओजी की टीम जफर को पकड़ने ठाकुरद्वारा पहुंची तो खनन माफ़िया (Mining Mafia) जफर, वहां से उत्तराखंड की ओर निकल लिया। इसके बाद उसने एक घर में शरण ली।
मुरादाबाद के डीआइजी ने बताया कि खनन माफिया (Mining Mafia) जफर पुलिस से बचकर जब उत्तराखंड पहुंच गया तो उसने वहीं के एक घर में शरण ले ली, जब पुलिस ने जफर को घर से बाहर निकालने और उसे गिरफ्तार करने की बात कही तो वहां के लोगों ने पुलिस कर्मियों के साथ मारपीट शुरू कर दी और बंधक बनाकर पीटा गया।
गोलियां भी चलीं, जिसमें पांच पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। दो पुलिसकर्मियों की हालत गंभीर है। सभी का इलाज एक निजी अस्पताल में चल रहा है। इसके अलावा इंस्पेक्टर ठाकुरद्वारा के भी गोली लगने से घायल होने की सूचना है। उनका इलाज वहीं चल रहा है। इस तरह अब ताल कुल 6 पुलिसकर्मी घायल है व 2 पुलिसकर्मियों के गायब होने की भी खबर है।
ब्लॉक प्रमुख की पत्नी की मौत
जिस घर में जफर ने शरण की वह ब्लॉक प्रमुख गुरताज सिंह (Block Chief Gurtaj Singh) का बताया जा रहा है। गुरताज सिंह की पत्नी गुरमीत कौर की फायरिंग में मौत हो गई है। गुरताज के परिवार का आरोप है कि पुलिस की फायरिंग में गुरमीत की मौत हुई, जबकि मुरादाबाद पुलिस इन आरोपों को सिरे से खारिज कर रही है। पुलिस ने गुरताज की क्राइम कुंडली (Gurtaj’s Crime Horoscope)निकाली है।
फायरिंग में घायल पुलिस कर्मी-
1-राहुल (एसओजी सिपाही)
2-संगम कसाना (एसओजी सिपाही)
3-सुमित राठी (एसओजी सिपाही)
4-शिव कुमार (एसओजी ड्राइवर)
5-योगेंद्र (थाना प्रभारी, ठाकुरद्वारा)
6- पुलिसकर्मी
कौन है जफर अली?
जफर अली थाना ठाकुरद्वारा क्षेत्र का वांछित अपराधी है, जिस पर 50000 का इनाम भी है। जफर पर गैंगस्टर भी लगा हुआ है। उस पर 13 सितंबर 2022 को एसडीएम ठाकुरद्वारा और खनन इंस्पेक्टर (Mining Inspector) पर हमला करने का आरोप है। जफर को खनन माफिया (Mining Mafia) बताया जाता है। इसकी तलाश में ही पुलिस ने छापेमारी की थी और यह बड़ी घटना हो गई।