Tu-160 White Swan : हाल के वर्षों में चीन की हर हरकत का भारत ने करारा जवाब दिया है। हालांकि, चीन के पास कुछ ऐसे हथियार हैं, जिनका तोड़ भारत के पास भी नहीं है। इनमें से एक है, चीन का H-6K स्ट्रैटेजिक बॉम्बर। पिछले साल चीन ने भारतीय सीमा पर इस बॉम्बर को तैनात किया था। तब इसका तोड़ भारत के पास भी नहीं था।
Tu-160 White Swan : हाल के वर्षों में चीन की हर हरकत का भारत ने करारा जवाब दिया है। हालांकि, चीन के पास कुछ ऐसे हथियार हैं, जिनका तोड़ भारत के पास भी नहीं है। इनमें से एक है, चीन का H-6K स्ट्रैटेजिक बॉम्बर। पिछले साल चीन ने भारतीय सीमा पर इस बॉम्बर को तैनात किया था। तब इसका तोड़ भारत के पास भी नहीं था।
अब खबर है कि भारत, रूस से दुनिया के सबसे घातक स्ट्रैटेजिक बॉम्बर Tu-160 को खरीदने जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि रूस से कम से कम छह Tu-160 बॉम्बर एयरक्राफ्ट खरीदने के लिए वार्ता अंतिम चरणों में है। हालांकि, इस पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
दुनिया का सबसे खतरनाक बमवर्षक एयरक्रॉफ्ट
Tu-160 को व्हाइट स्वान भी कहा जाता है। नाटो ने इस बॉम्बर एयरक्रॉफ्ट को ‘ब्लैकजैक’ नाम दिया है। यह दुनिया का सबसे दुनिया का सबसे तेज, सबसे बड़ा और सबसे भारी बमवर्षक है।
विज्ञापन
सिर्फ तीन देशों के पास है बॉम्बर एयरक्रॉफ्ट
दुनिया में अभी तक सिर्फ तीन देशों- अमेरिका, रूस और चीन के पास ही स्ट्रैटेजिक बॉम्बर एयरक्रॉफ्ट हैं। अगर भारत इसे खरीदता है तो वह दुनिया को चौथा देश हो जाएगा।
कहीं भी और कभी भी कर सकते हैं हमला
स्ट्रैटेजिक बॉम्बर आवाज की दोगुनी रफ्तार से उड़ते हैं। यानी ये पलक झपकते ही दुश्मन देश की सीमा के अंदर घुसकर बम गिराकर आ सकते हैं। इनकी खासियत कहीं भी और कभी भी हमला करने की होती है।
विज्ञापन
रडार भी नहीं कर पाता है ट्रैक
Tu-160 एयरक्राफ्ट करीब 52 हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ान भरने में सक्षम है। इसलिए, रडार भी इस विमान को नहीं पकड़ सकता है। ये विमान करीब 40 हजार किलो वजनी बम भी ले जा सकते हैं। उनकी ऊंचाई 43 फीट, लंबाई 177.6 फीट और रेंज 12300 से 14500 किमी तक है।