उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) हितेश चंद्र अवस्थी ने सेवा विस्तार नहीं चाहिए। इस प्रस्ताव को श्री अवस्थी ने ठुकरा दिया है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आधार पर उन्हें 2022 जनवरी तक का सेवा विस्तार मिल रहा था।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) हितेश चंद्र अवस्थी ने सेवा विस्तार नहीं चाहिए। इस प्रस्ताव को श्री अवस्थी ने ठुकरा दिया है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आधार पर उन्हें 2022 जनवरी तक का सेवा विस्तार मिल रहा था।
डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी का कार्यकाल जून माह समाप्त होने वाला है। ऐसे में यूपी का नया डीजीपी कौन होगा इसे लेकर कवायद शुरू हो गई है? इसके लिए भारतीय पुलिस सेवा के 31 अधिकारियों की लिस्ट तैयार की गई है। बताया जा रहा है कि साल 1986 से लेकर 1990 बैच के 31 आईपीएस अधिकारियों के नाम की लिस्ट बनाई गई है।
देश के सबसे बड़े सूबे का डीजीपी चुनने के लिए तैयार की गई है। इस सूची में डीजी रैंक के सभी अफसरों के नाम ही 30 साल की सर्विस पूरी कर चुके आईपीएस अफसरों के नाम भी सूची में शामिल किए गए हैं। मौजूदा डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी 30 जून को रिटायर हो जाएंगे। हितेश चंद्र अवस्थी के बाद डीजी रैंक के जिन अफसरों के पास एक साल या उससे अधिक का वक्त का कार्यकाल बचा है, उनमें केंद्र में तैनात नासिर कमाल का नाम सबसे ऊपर है, लेकिन चुनावी साल में नासिर कमाल का डीजीपी बनना उत्तर प्रदेश में मुश्किल है।
प्रबल दावेदारी में सबसे आगे एडीजी बीएसएफ 88 बैच के आईपीएस मुकुल गोयल हैं। मुकुल गोयल पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अच्छी पकड़ रखने वाले अधिकारी हैं। सपा सरकार में एडीजी लॉ एंड ऑर्डर रहने के चलते प्रदेश की कानून व्यवस्था को संभालने का भी लंबा अनुभव है, लेकिन मुकुल गोयल की सपा नेताओं से नजदीकी की चर्चा उनके लिए अड़चन बन सकती है।