राजधानी लखनऊ(Lucknow) में बनने जा रहे यूपी इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज (UP Institute of Forensic Sciences) के शिलान्यास के मौके पर रविवार को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 4 वर्षों के अंदर जो परिवर्तन हुआ है। उन्होंने कहा कि यूपी जो परिवर्तन नजर आ रहा है वह गृह मंत्री अमित शाह की वजह से ही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में जो परिवर्तन हुआ है वह किसी से छिपा नहीं है।
लखनऊ। राजधानी लखनऊ(Lucknow) में बनने जा रहे यूपी इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज (UP Institute of Forensic Sciences) के शिलान्यास के मौके पर रविवार को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 4 वर्षों के अंदर जो परिवर्तन हुआ है। उन्होंने कहा कि यूपी जो परिवर्तन नजर आ रहा है वह गृह मंत्री अमित शाह की वजह से ही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में जो परिवर्तन हुआ है वह किसी से छिपा नहीं है। यूपी में बीजेपी की सरकार आने के बाद से यूपी पुलिस (UP Police )अब नए सिरे से कार्य करती दिखाई दे रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने गृहमंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) का अभिनंदन करते हुए कहा कि 2017 से पहले यूपी दंगों का प्रदेश था। योगी आदित्यनाथ ने कहा पहले यूपी में माफियाराज था, जिसे बीजेपी की सरकार ने खत्म किया है।
सीएम योगी (CM Yogi) ने कहा कि ये देश का सबसे आधुनिक फॉरेंसिक इंस्टीट्यूट होगा, इसमें पढ़ाई के साथ रिसर्च और ट्रेनिंग भी होगी। ये इंस्टीट्यूट गुजरात की फॉरेंसिक यूनिवर्सिटी से संबद्ध होगा। इसमें सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फ़ॉर डीएनए (Center of Excellence for DNA) भी होगा। इसके साथ ही जटिल अपराधों की जांच में इस इंस्टीट्यूट की मदद मिलेगी। लखनऊ में 207 करोड़ की लागत से यूपी इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज बनेगा।
यूपी इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज (UP Institute of Forensic Sciences) में इन पाठ्यक्रमों की होगी पढ़ाई
यूपी इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज (UP Institute of Forensic Sciences) में डिग्री, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्सेज में दाखिला होगा। इंस्टिट्यूट में बीएससी, एमएससी, पीएचडी, एमफिल, पीजी डिप्लोमा, पीजी सर्टिफिकेट कोर्स की फिलहाल कुल 500 सीटें होंगी। बैलेस्टिक लैब, एडवांस फॉरेंसिक लैब, नॉरको एनालिसिस, एक्सप्लोसिव, नारकोटिक्स डिटेक्शन, साइबर सिक्योरिटी लैब, सीरम साइंस लैब, बायोलॉजी लैब की सुविधा भी होगी।
इस इंस्टीट्यूट में पढ़ाई के साथ रिसर्च और ट्रेनिंग भी होगी। इसमें सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फ़ॉर डीएनए भी होगा। साथ ही जटिल अपराधों की जांच में इस इंस्टीट्यूट की मदद मिलेगी। 207 करोड़ की लागत से 50 एकड़ ज़मीन पर बनेगा।