ये खबर ये है कि एक मां जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ रही है और उसकी दो बेटियां मां की चुनाव के प्रचार प्रसार के लिए मैदान में उतर गई हैं। मैदान में उतरने के बाद दोनो ने अपने चुनावी क्षेत्र का हवा बदल कर के रख दिया है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनावों को लेकर गांवों का राजनीति पारा बढ़ा हुआ है। गांव के हर गली नुक्कड़ पर चुनावों की चर्चा और प्रत्यशियों को लेकर चर्चाएं हैं। पंचायत चुनाव के पहले चरण के लिए 15 अप्रैल को मतदान होगा। वहीं, पहले चरण के चुनाव से पहले प्रत्याशी अपने अपने तरीके से वोटरों को लुभाने का प्रयास कर रहे हैं और तरह-तरह से प्रचार प्रसार कर रहे हैं। इन सबके बीच जिला पंचायत चुनाव लड़ रहीं मां के प्रचार के लिए दो बेटियां उतर आईं हैं। दोनों ने अपने चुनावी प्रचार के जरिए पूरे क्षेत्र की हवा बदल दी है।
इन दोनो में से एक बेटी ने एमबीए कर लिया है जबकि दूसरी बेटी अभी बीटेक की पढ़ाई कर रही है। इनमे से बड़ी बेटी अंशिका वर्मा इसी साल बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से एमबीए पास आउट हुई है। जबकि दूसरी बेटी आस्था वर्मा अभी बीटेक की छात्रा हैं। शहर के बड़े स्कूलों में पढ़ी ये बेटियां जब गांव में लोगो के सामने वोट मांगने जा रही हैं तो गांव का किसी भी उम्र का व्यक्ति हो वो इन दोनो की बातों से प्रभावित नजर आ रहा है। दादी,चाचा,भईया और चाची सरीखें शब्दों से ये अपना प्रभाव लोगो के ऊपर छोड़ने में सफल हो रही हैं।
मां के लिए वोट मांगने के साथ साथ ये दोनो कोरोना के महामारी को लेकर भी लोगो को जागरुक कर रही हैं। मास्क का वितरण कर के अपने चुनावी क्षेत्र को कोरोना वायरस से महफूज रखना भी इनके चुनाव प्रचार के लक्ष्य में शामिल है। खैर जैसा भी हो राजनीति को लेकर गांव के छात्राओं में बढ़ रही रुची से समाज को भी खुब फायदा पहुंच रहा है। समाज को हर मामले में जागरुक करने के लिए अगर ऐसी खबरें ज्यादा से ज्यादा आयें तो हमारे समाज की बहुत अच्छी तस्वीर ऊभर के सामने आयेगी।