उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के लिए बुधवार से दूसरे चरण के जिलों में नामांकन प्रक्रिया जारी है। आज सुबह 8 बजे से नामांकन पत्रों की बिक्री शुरू हो गई है। जिसके बाद कलेक्ट्रेट परिसरों में नामांकन पत्रों की खरीदारी के लिए भारी भीड़ देखी जा रही है। लोग गुरुवार शाम 5 बजे तक नामांकन पत्र खरीद सकेंगे और अपना परचा भर सकेंगे।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के लिए बुधवार से दूसरे चरण के जिलों में नामांकन प्रक्रिया जारी है। आज सुबह 8 बजे से नामांकन पत्रों की बिक्री शुरू हो गई है। जिसके बाद कलेक्ट्रेट परिसरों में नामांकन पत्रों की खरीदारी के लिए भारी भीड़ देखी जा रही है। लोग गुरुवार शाम 5 बजे तक नामांकन पत्र खरीद सकेंगे और अपना परचा भर सकेंगे। इसके बाद 9 अप्रैल तथा 10 अप्रैल को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी। सुबह 8 बजे से कार्य की समाप्ति तक नामांकन पत्रों को जांचा जाएगा।
11 अप्रैल को नामांकन वापस लेने का प्रत्याशियों को समय मिलेगा। सुबह 8 बजे से दोपहर 3 बजे तक प्रत्याशी अपना नामांकन वापस ले सकेंगे। इसके बाद 11 अप्रैल को ही दोपहर 3 बजे के बाद से कार्य समाप्त होने तक प्रतीक चिन्हों का आवंटन किया जाएगा। द्वितीय चरण का मतदान 19 अप्रैल को होगा। सुबह 7 बजे से मतदान शुरू होगा, जो शाम 6 बजे तक चलेगा। इसके बाद 2 मई को नतीजे आएंगे।
इन 20 जिलों में होना है 19 अप्रैल को मतदान
बता दें दूसरे चरण में 20 जिलों में मतदान होना है, जिनमें मुजफ्फरनगर, बागपत, गौतमबुद्ध नगर, बिजनौर, अमरोहा, बदायूं, एटा, मैनपुरी, कन्नौज, इटावा, ललितपुर, चित्रकूट, प्रतापगढ़, लखनऊ, लखीमपुर खीरी, सुल्तानपुर, गोंडा, महाराजगंज, वाराणसी और आजमगढ़ जिले शामिल हैं. उत्तर प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को बेहतर तरीके से संपन्न कराने के लिए दिशा-निर्देश जारी कर रखे हैं। कानून व्यवस्था के दृष्टिगत भी सारे इंतिज़ाम बेहतर किये जा रहे हैं।
कोविड-19 प्रोटोकॉल को फॉलो करना जरूरी
इसके साथ ही कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए भी नामांकन भरे जाने वाली जगह पर कोविड-19 प्रोटोकॉल को फॉलो कराने की अनिवार्यता को लागू कर दिया गया है। नामांकन भरने आने वाले प्रत्याशियों को भी दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं कि प्रत्याशी भीड़ में या जनसमूह के साथ नामांकन में नामांकन करने न आएं। संवेदनशील इलाकों में कानून व्यवस्था के मद्देनजर अधिक एहतियात बरतने के निर्देश दे दिए गए हैं। खासकर उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे जिलों में पुलिस के जवानों के साथ ही दूसरे सुरक्षा एजेंसियों को भी सतर्क कर दिया गया है।