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यूपी पंचायत चुनाव: महिला सीट होने पर बिना लग्न ही कराई गई बेटे की शादी, बहू लड़ रही चुनाव

इन सबके बीच कुछ ऐसे भी प्रत्याशी हैं जो चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य साबित हुए तो उन्होंने कुछ नियमों को ताक पर रख करके अपने सीट पर दावेदारी ठोकने की तैयारी कर ली है। हिन्दू धर्म में किसी व्यक्ति की शादी लग्न होने के दिनों में की जाती है। लेकिन एक व्यक्ति खारमास में ही अपने बेटे की शादी करा कर के बहू को चुनावी मैदान में उतार रहा है। खरमास में शादी करने का कारण भी पंचायत चुनाव है।

By प्रिन्स राज 
Updated Date

जौनपुर। इस साल के यूपी पंचायत चुनाव में आरक्षित सीटों और अनारक्षित सीटों को लेकर घामासान शुरु से ही मचा हुआ था जो अब फिलहाल सीटों की लिस्ट आने पर थम गया है। प्रत्याशियों में सीटों को लेकर कही खुशी तो कही गम का माहौल है। कोई चुनाव लड़ने के योग्य हो पाया तो कोई अयोग्य ही रह गया है। चुनाव का पहला चरण 15 अप्रैल से शुरु होना है। इन सबके बीच कुछ ऐसे भी प्रत्याशी हैं जो चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य साबित हुए तो उन्होंने कुछ नियमों को ताक पर रख करके अपने सीट पर दावेदारी ठोकने की तैयारी कर ली है।

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हिन्दू धर्म में किसी व्यक्ति की शादी लग्न होने के दिनों में की जाती है। लेकिन एक व्यक्ति खारमास में ही अपने बेटे की शादी करा कर के बहू को चुनावी मैदान में उतार रहा है। खरमास में शादी कराने का कारण भी पंचायत चुनाव है। हुआ ऐसा है कि जौनपुर जिले में खुटहन ब्लाक के उसरौली गांव के भैयाराम का पुरवा निवासी पूर्व जिला पंचायत सदस्य सुभाष यादव ने इस बार भी चुनाव लड़ने का मन बनाया था। लेकिन उसकी सीट महिला प्रत्याशी के लिए आरक्षित हो गई। उनकी पत्नी आँगनबाड़ी कार्यकत्री के पद पर तैनात है।

उनकी माता का निधन वर्षों पूर्व हो चुका है। उनकी पत्नी आँगनबाड़ी है, पहले तो उन्हें त्याग पत्र दिलाकर चुनाव मैदान में उतारने पर विचार किया गया जो उन्हें उपयुक्त नहीं लगा। ऐसे में उनके सामने एक अजीब स्थिती पैदा हो गई की अब कौन चुनाव लड़ेगा। तो उन्होंने अपने पुत्र सौरभ यादव का तत्काल विवाह कर पुत्रवधू को प्रत्याशी बना दिया। और ये विवाह खरमास के महीने में ही कर दिया गया।

उधर इसकी जानकारी होते ही बगल गांव कपसिया निवासी रामचंदर यादव अनुरागी अपनी पुत्री अंकिता यादव की शादी के लिए उनके घर पहुंच गये। आनन फानन में रिश्ता पक्का कर दिया गया। बीते 31 मार्च को एक मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विवाह संपन्न करा दिया गया। अंकिता के नाम से ही रविवार को नामांकन दाखिल कर दिया। इन्हें बसपा से अधिकृत भी किया गया है जिनकी क्षेत्र में खूब चर्चा है।

 

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