भारत में पिछले कुछ वर्षों में ऑनलाइन या डिजिटल लेनदेन में कई गुना वृद्धि हुई है। शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति हो जिसने स्मार्टफोन के जरिए डिजिटल पेमेंट ना किया हो। लेकिन देखने में ये जितना आसान लगता है, कभी-कभी उतना ही खतरनाक भी साबित हो सकता है।
नई दिल्ली। भारत में पिछले कुछ वर्षों में ऑनलाइन या डिजिटल लेनदेन में कई गुना वृद्धि हुई है। शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति हो जिसने स्मार्टफोन के जरिए डिजिटल पेमेंट ना किया हो। लेकिन देखने में ये जितना आसान लगता है, कभी-कभी उतना ही खतरनाक भी साबित हो सकता है। यूपीआई पेमेंट के फायदें हैं तो उसके नुकसान भी हैं। आपको डरने की नहीं बल्कि सतर्क रहने कि जरूरत है, क्योंकि बात आपकी मेहनत की कमाई से जुड़ी है।
यहां तीन सेफ्टी टिप्स बताई गई हैं, जिन्हें आपको UPI पेमेंट करते समय ध्यान में रखना है…
1. कभी भी किसी से भी अपना UPI एड्रेस शेयर न करें
कई लोग ये गलती कर बैठते हैं और बाद में पछताते हैं। कृप्या आप ये गलती ना करें। क्योंकि अपने UPI अकाउंट/एड्रेस को सुरक्षित रखना सबसे महत्वपूर्ण है। आपको कभी भी अपना यूपीआई आईडी/एड्रेस किसी के साथ शेयर नहीं करना चाहिए। आपका यूपीआई एड्रेस आपके फोन नंबर, क्यूआर कोड या वर्चुअल पेमेंट एड्रेस (वीपीए) के बीच कुछ भी हो सकता है। आपको किसी भी भुगतान या बैंक एप्लिकेशन के माध्यम से किसी को भी अपने यूपीआई अकाउंट तक पहुंचने की अनुमति नहीं देनी चाहिए।
2. एक मजबूत स्क्रीन लॉक सेट करें
दूसरी गलती जो अक्सर लोग करते हैं वो है बेहद सिंपल स्क्रीन लॉक या पासवर्ड/पिन सेट करना। आप ऐसी गलती ना करें और तगड़ा पासवर्ड सेट करें। आपको सभी भुगतान या वित्तीय लेनदेन ऐप के लिए एक मजबूत स्क्रीन लॉक सेट करना होगा। यदि आप Google Pay, PhonePe, Paytm, या किसी अन्य प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हैं, तो एक मजबूत पिन सेट करना महत्वपूर्ण है, जो आपकी जन्म तिथि या वर्ष, मोबाइल नंबर के अंक या कोई अन्य नहीं होना चाहिए। आपको अपना पिन किसी के साथ शेयर नहीं करना चाहिए और यदि आपको संदेह है कि आपका पिन उजागर हो गया है, तो इसे तुरंत बदल दें।
3. अनवेरिफाइड लिंक पर क्लिक न करें या फेक कॉल भी अटैंड न करें
तीसरी गलती है बिना सोचे समझे किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक कर देना। ऐसा बिल्कुल ना करें। यूपीआई स्कैम एक आम तकनीक है जिसका इस्तेमाल हैकर यूजर्स को फंसाने के लिए करते हैं। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि हैकर्स आमतौर पर लिंक शेयर करते हैं या कॉल करते हैं और उपयोगकर्ताओं को वेरिफिकेशन के लिए एक थर्ड-पार्टी ऐप डाउनलोड करने के लिए कहते हैं। आपको कभी भी ऐसे लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए और न ही पिन या किसी अन्य जानकारी को किसी के साथ शेयर करना चाहिए। बैंक कभी भी पिन, ओटीपी या कोई अन्य पर्सनल डिटेल नहीं मांगते हैं, इसलिए, मैसेज या कॉल पर ऐसी जानकारी मांगने वाला कोई भी व्यक्ति आपकी डिटेल और पैसा चुराना चाहता है। ऐसे मामलों में आपको सतर्क रहना चाहिए।