यूपी के 75 जिलों में रविवार को उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग यूपीएसएसएससी की पेट- 2022 की परीक्षा (UPSSSC PET 2022 Exam) आयोजित की जा रही है। सभी 75 जिलों में 1899 परीक्षा केंद्र बनाए गए। सुबह 10 से 12 बजे,शाम 3 से 5 बजे तक परीक्षा। 2 पालियों में यूपी PET-2022 परीक्षा होगी। इसमें 37 लाख 58209 अभ्यर्थी सम्मिलित हो रहे हैं।
लखनऊ। यूपी के 75 जिलों में रविवार को उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग यूपीएसएसएससी की पेट- 2022 की परीक्षा (UPSSSC PET 2022 Exam) आयोजित की जा रही है। सभी 75 जिलों में 1899 परीक्षा केंद्र बनाए गए। सुबह 10 से 12 बजे,शाम 3 से 5 बजे तक परीक्षा। 2 पालियों में यूपी PET-2022 परीक्षा होगी। इसमें 37 लाख 58209 अभ्यर्थी सम्मिलित हो रहे हैं।
आज परीक्षा का दूसरा दिन है। परीक्षा (UPSSSC PET 2022 Exam) बिना किसी नकल के हो इसके लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं, लेकिन इतने कड़े इंतजाम के बावजूद कानपुर से पेपर सॉल्वर पकड़ा गया है। वह पेपर सॉल्व करने के लिए मुंबई से हवाई जहाज के जरिए आया था।
सूत्रों के मुताबिक इस मामले में नौबस्ता के राहुल मेमोरियल इंटर कॉलेज में STF की पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है। पकड़ा गया पेपर सॉल्वर सैफ अहमद खान मुंबई के घाटकोपर में GST निरीक्षक के पद पर कार्यरत है। उन्हें इस काम के लिए बालामऊ हरदोई के प्राथमिक विद्यालय में तैनात शिक्षक ने मुंबई से बुलाया था। UPSSSC PET 2022 की परीक्षा का रविवार 16 अक्टूबर को दूसरा दिन है। इस परीक्षा के लिए 37 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने आवेदन किए हैं। परीक्षा दो पालियों में संपन्न होगी। परीक्षा को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए 106 केन्द्र व्यवस्थापक, 169 स्टैटिक मजिस्ट्रेट और 47 सेक्टर मजिस्ट्रेट की ड्यूटी लगाई गई है।
कानपुर में इक्साइज इंस्पेक्टर समेत दो गिरफ्तार
एसटीएफ लखनऊ की टीम ने परीक्षा केन्द्र राहुल मेमोरियल इंटर कॉलेज यशोदानगर कानपुर में मूल अभ्यर्थी रघुवीर के अलावा उसके स्थान पर परीक्षा दे रहे सैफ अहमद खान को गिरफ्तार किया। रघुवीर (मूल अभ्यर्थी) निवासी तेंदुआ थाना मल्लांवा जिला हरदोई और सैफ अहमद खान (सॉल्वर) निवासी बृजमनगंज जिला महाराजगंज के कब्जे से दो आधार कार्ड, तीन पैन कार्ड, एक डीएल, दो वोटर आईडी, दो मोबाइल फोन, चार एटीएम कार्ड, एक इक्साइज इंस्पेक्टर का आईडी कार्ड, एक फर्जी आधार कार्ड, एक मुंबई से दिल्ली का एयर टिकट और एक मोटर साइकिल बरामद हुई। सैफ अहमद खान ने बताया कि वह मुंबई के घाटकोपर में इक्साइज इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत है। प्राथमिक विद्यालय बालामऊ हरदोई में अध्यापक अपने मित्र महेन्द्र के कहने पर सॉल्वर के रूप में परीक्षा देने आया था। महेन्द्र विभिन्न परीक्षाओं में सॉल्वर बैठाने का कार्य करता है और पूर्व में मध्य प्रदेश से जेल जा चुका है। गिरफ्तार अभियुक्तों के विरुद्ध थाना नौबस्ता कमिश्नरेट कानपुर में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
वहीं उन्नाव जनपद के 23 परीक्षा केंद्रों पर CCTV कैमरों की निगरानी में परीक्षा आयोजित होगी। सॉल्वर पकड़े जाने के बाद परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। कल सॉल्वर समेत 3 को STF ने गिरफ्तार किया था। (पीईटी) में सेंध लगाने की कोशिश कर रहे 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें आठ को एसटीएफ ने और तीन को एसटीएफ की सूचना पर अमेठी पुलिस ने दबोचा। गिरफ्तार अभियुक्तों में मोटी रकम लेकर परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह के सदस्यों के अलावा सॉल्वर एवं अभ्यर्थी भी शामिल हैं।
एसटीएफ मुख्यालय द्वारा दी गई सूचना पर एसपी अमेठी की टीम ने राणा रणंजय सिंह पीजी कॉलेज में अभ्यर्थी आर्यन राठौर निवासी ग्राम पाली थाना फूलपुर प्रयागराज के स्थान पर सॉल्वर सोनू कुमार कामत निवासी ग्राम सुरियाही थाना कुलपरास जिला मधुबनी (बिहार) को परीक्षा देते गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बाद में आर्यन के ममेरे भाई पंकज को भी गिरफ्तार किया। एसटीएफ की प्रयागराज फील्ड इकाई ने परीक्षा केन्द्र ग्रामोदय इंटर कॉलेज गौरा बादशाहपुर जिला जौनपुर से दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। इनमें अनिल कुमार मल्होत्रा (एजेंट) निवासी सिंहापुर थाना नवाबगंज जनपद प्रयागराज तथा सिद्धार्थ शंकर दूबे (सॉल्वर) निवासी महाराजा हाता थाना नवादा जिला भोजपुर (बिहार) शामिल है। दोनों के कब्जे से मोबाइल फोन, ओएमआर आन्सर शीट, एक प्रवेश पत्र, एक फर्जी आधार कार्ड तथा नकद चार हजार रुपये बरामद हुए। गिरफ्तार अभियुक्तों के विरुद्ध थाना गौराबादशाहपुर में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
मेरठ में फर्जी उत्तर कुंजी के साथ एक गिरफ्तार
एसटीएफ की मेरठ फील्ड इकाई ने परीक्षा केन्द्र बीडीएस स्कूल जागृति विहार थाना मेडिकल जिला मेरठ के पास से रोबिन निवासी थाना भवनपुर सियाल जिला मेरठ को गिरफ्तार किया। रोबिन के पास से दूसरी पाली में होने वाली परीक्षा की उत्तर कुंजी पाई गई, जिसका मिलान कराने पर वह फर्जी पाया गया। रोबिन द्वारा अभ्यर्थियों को इस उत्तर कुंजी को असली उत्तर कुंजी बताकर धोखा से धनार्जन करने का प्रयास किया जा रहा था।