ये तो आप सभी लोग जानते होंगे की फलों और सब्जियों में तमाम पोषक तत्व पाये जाते हैं जिनका सेवन करने से शरीर के लिए फायदेमंद होता है। पर क्या आप जानते है इन फलों और सब्जियों के छिलके जिन्हे इस्तेमाल करने के बाद हम फेंक देते है। इनमें भी तमाम पोषक तत्व पाये जाते हैं।
Use of fruit and vegetable peels: ये तो आप सभी लोग जानते होंगे की फलों और सब्जियों में तमाम पोषक तत्व पाये जाते हैं जिनका सेवन करने से शरीर के लिए फायदेमंद होता है। पर क्या आप जानते है इन फलों और सब्जियों के छिलके जिन्हे इस्तेमाल करने के बाद हम फेंक देते है। इनमें भी तमाम पोषक तत्व पाये जाते हैं। जो शरीर की तमाम समस्याओं को दूर करने में हमारी मदद कर सकते है। आज हम आपको फलों और सब्जियों का इस्तेमाल करने के कुछ उपाय बताने जा रहे हैं जिसे अपना कर आप इनके छिलकों को फेंकने की बजाय इस्तेमाल करेंगी।
खरबूजे को छिल कर खाया जाता है। लेकिन पर क्या आप जानते हैं कि खरबूजे को छिलका समेत खाने से कब्ज दूर होती है। वहीं सेहत के लिए सलाद के रुप में खाए जाने वाले खीरे के छिलके से भी कीट और झींगुर भागते हैं।
पपीते का सेवन करने से सेहत के लिए जितना फायदेमंद होता है उससे कहीं अधिक पपीते के छिलके सौंदर्यवर्धक माने जाते हैं। त्वचा पर लगाने से खुश्की दूर होती है। एड़ियों पर लगाने से वे मुलायम होती हैं। पपीते के छिलके को धूप में सूखाकर, खूब बारीक पीसकर ग्लिसरीन के साथ मिलाकर लेप बनावें व चेहरे पर लगाये, मुंह की खुश्की दूर होती है।
वहीं चोट लगने पर केले के छिलके को रगड़ने से रक्तस्राव रुक जाता है। कच्चे केले के छिलकों से चटपटी सब्जी बनती है। टमाटर और चुकंदर के छिलकों को चेहरे पर लगाने से चेहरे की चमक बढ़ती है और होठों की लालिमा बढ़ती है। करेला जितना गुणकारी होता है उसके छिलके भी उतने फायदेमंद होते हैं। अलमारी में रखने से कीट भागते हैं।
तोरी और घीया के छिलके की सब्जी भी पेट रोगों में फायदा पहुंचाती है। जिन महिलाओं को अधिक मासिक स्राव होता है वे अनार के सूखे छिलके को पीसकर एक चम्मच पानी के साथ लें। इससे रक्त स्राव कम होगा और राहत मिलेगी।
जिन्हें बवासीर की शिकायत है वे अनार के छिलके का 4 भाग रसौत और 8 भाग गुड़ को कुटकर छान लें और बारीक-बारीक गोलियां बनाकर कुछ दिन तक सेवन करें। बवासीर से जल्दी आराम मिलेगा।
अनार के छिलके को मुंह में रखकर चूसने से खांसी का वेग शांत होता है। अनार को बारीक पीसकर उसमें दही मिलाकर गाढ़ा पेस्ट बनाकर सिर पर मलें। इससे बाल मुलायम होते हैं। काजू के छिलके से तेल निकालकर पैर के तलवे और फटे हुए स्थान पर लगाने से आराम मिलता है।
बादाम के छिलके व बबुल की फल्लियों के छिलके व बीज को जलाकर पीसकर थोड़ा नमक डालकर मंजन करें। इससे दांतों के कष्ट दूर होते हैं, मसूढ़ें स्वस्थ एवं दांत मजबूत बनता है। नारियल का छिलका जलाकर महीन पीसकर दांतों पर घिसने से दांतें साफ होते हैं।
दूध में नारंगी का छिलका छानकर दूध के साथ नियमित सेवन करने से खून साफ होता हैं। आलू के छिलके मुंह पर रगड़ने से चेहरे पर झुर्रियां नहीं पड़ती।
लौकी के छिलके को बारीक पीसकर पानी के साथ पीने से दस्तमें लाभ होता है। तोरई का ताजा छिलका त्वचा पर रगड़ने से त्वचा साफ होती है।
इलायची के छिलके चाय की पत्तियां या शक्कर में डाल दें तो चाय स्वादिष्ट बनेगी।
संतरे के छिलके को दूध में पीसकर छान लें। इसे कच्चे दूध व हल्दी में मिलाकर चेहरे पर लगाये। इससे जहां चेहरे के दुश्मन मुहांसों-धब्बों का नाश होता है, वहीं त्वचा जमक उठता है।
दाद, एकजीमा की शिकायत होने पर तरबूज के छिलकों को सूखाकर, जलाकर राख बना लें। तत्पश्चात् उस राख को कड़ुवे तेल में मिलाकर लगाये।
नींबू का छिलका दांत पर मलने से दांत चमकदार बनता है और मसूढ़ें भी मजबूत बनता है।
नींबू का छिलका जूते पर रगड़े व कुछ देर के लिए धूप में रख दें। फिर जूतों पर मालिश करें। जूतों में चमक आ जायेगी।
नींबू व संतरा के छिलकों को सूखाकर, खूब महीन चूर्ण बनाकर दांत पर घिसें। दांत चमकदार बनते हैं।