अपनी अनोखी प्राकृतिक सुन्दरता से पर्यटकों लुभाने वाली धरती उत्तराखंड पर भी कोरोना वायरस की टेढ़ी नजर पड़ी। वर्ष भर सैलानियों के चहलकदमी से रोशन रहने वाले पर्यटन स्थल कोरोना महामारी की वजह से इस बार वीरान हो गए थे।
देहरादून: अपनी अनोखी प्राकृतिक सुन्दरता से पर्यटकों लुभाने वाली धरती उत्तराखंड पर भी कोरोना वायरस की टेढ़ी नजर पड़ी। वर्ष भर सैलानियों के चहलकदमी से रोशन रहने वाले पर्यटन स्थल कोरोना महामारी की वजह से इस बार वीरान हो गए थे।लेकिन प्रकृति की सुन्दरता निहारने वाले के लिए अब एक खुशखबरी है। विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है फूलों की घाटी यानी वैली ऑफ फ्लावर आज बुधवार से पर्यटकों के लिए खोली जा रही है। इतना ही नहीं इसके साथ ही नैनीताल, ऋषिकेश और देहरादून के कई पर्यटन स्थल भी आज से सैलानियों के लिए खुल जाएगें। यूनेस्को की विश्व धरोहर में शामिल वैली ऑफ फ्लावर को तकरीबन महीने भर की देर से खोला जा सका है। यानी वैसे ही सीमित समय के लिए खुलने वाली इस वादी का आनंद लेने के लिए पर्यटकों को अब कम समय मिलेगा।
हर साल को 1 जून से 31 अक्टूबर तक फूलों की घाटी को पर्यटकों के लिए खोला जाता रहा है। लेकिन इस साल कोरोना के कारण देर से खुली इस घाटी में नियमों के मुताबिक 72 घंटे पहले तक की कोरोना निगेटिव रिपोर्ट पर्यटकों को साथ लानी होगी। अन्य नियमों का भी पालन करना होगा। इस समय घाटी में 50 से अधिक प्रजाति के फूल खिले हैं। अब घाटी पर्यटकों के लिए पूरी तरह तैयार है।