सनातन धर्म में तुलसी को आयु ,आरोग्य और मोछदायिनी माना जाता है। युगों- युगों से सनातनी अपने घर आंगन में मां तुलसी की पूजा करते है।
Vastu Tips For Tulsi: सनातन धर्म में तुलसी को आयु ,आरोग्य और मोछदायिनीमाना जाता है। युगों -युगों से सनातनी अपने घर आंगन में मां तुलसी की पूजा करते है। आस्था और जीवन का मार्ग बताने वाली मां तुलसी भक्तों के सौभाग्य की रक्षा करती है। पौराणिक ग्रंथ गरुड़ पुराण के अनुसार तुलसी का पौधा लगाने , पालन करने , सींचने तथा ध्यान , स्पर्श और गुणगान करने से मनुष्यों के पूर्व जन्मार्जित पाप जलकर नष्ट हो जाते हैं। तुलसी कई प्रकार की होती है। हरे रंग की पत्तियों वाली तुलसी को रामा तुलसी कहा जाता है। इसे श्री तुलसी,भाग्यशाली तुलसी या फिर उज्जवल तुलसी कहा जाता है। इसे घर में लगाने से सुख समृद्धि का वास होता है। वहीं काले और बैंगनी से रंग की पत्तियों वाली तुलसी को श्यामा तुलसी कहा जाता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, तुलसी का पौधा पूर्व दिशा की ओर लगाना सबसे शुभ माना जाता है। लेकिन अगर आपके घर में पूर्व दिशा की ओर जगह नहीं है तो उत्तर या फिर उत्तर.पूर्व दिशा ,ईशान कोण, का चुनाव कर सकते हैं। इस दिशा में तुलसी का पौधा लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा अधिक पैदा करता है।गणेश जी की पूजा में पवित्र तुलसी का उपयोग नहीं किया जाता।