सनातन धर्म में जीवन शैली को लेकर सकारात्मक प्रभावों की खेज सदियों से होती आई है। गृहस्थ जीवन में सुख शांति का वातावरण बना रहे इसके लिए घर में सकारात्मक माहौल का वातावरण बना रहना चाहिए।
Vastu Tips : सनातन धर्म में जीवन शैली को लेकर सकारात्मक प्रभावों की खेज सदियों से होती आई है। गृहस्थ जीवन में सुख शांति का वातावरण बना रहे इसके लिए घर में सकारात्मक माहौल का वातावरण बना रहना चाहिए। वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर के मुख्य द्वार पर स्वास्तिक का निशान बनाने से घर में नकारात्मक शक्तियां प्रवेश नहीं कर पाती है। स्वस्तिक को बहुत ही शुभ माना जाता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार, हिंदू धर्म में किसी भी नई वस्तु के आगमन पर उस वस्तु की पूजा की जाती है और उस पूजा में उस वस्तु में स्वास्तिक का चिन्ह बनाया जाता है। आइये जानते है घर के मुख्यद्वार पर स्वास्तिक का चिन्ह बनाने नियम क्या है।
स्वास्तिक चिन्ह का महत्व
हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार स्वास्तिक में चार समानांतर भुजाएं बनाई जाती हैं जो कि चार दिशाओं का प्रतीक है. इसलिए हिंदू धर्म में स्वास्तिक के चिन्ह को
अति शुभ व परम कल्याणकारी माना गया है।
मुख्य द्वार पर बनाते हैं स्वास्तिक
माना जाता है कि घर के मुख्य द्वार पर स्वास्तिक बनाने से कोई बुरी शक्ति या नकारात्मकता घर में प्रवेश नहीं करती. इसके अलावा जिन घरों के मुख्य द्वार पर स्वास्तिक बनाने से उस घर में कभी भी दुख व दरिद्रता प्रवेश नहीं करती।
हल्दी से स्वास्तिक बनाना चाहिए
घर के प्रवेश द्वार पर हल्दी से स्वास्तिक बनाना चाहिए और ईशान या उत्तर दिशा में दीवार पर बनाए।