बच्चों का मन पढ़ाई में न लगना सामान्य है, लेकिन अगर यह समस्या अत्यधिक हो, तो माता-पिता के लिए चिंता का कारण भी बन जाता है। बच्चों की पढ़ाई को लेकर माता-पिता का चिंतित होना गलत भी नहीं है, क्योंकि हर पेरेंट्स अपने बच्चों का उज्ज्वल भविष्य चाहते हैं।
विद्या सिद्ध मंत्र: बच्चों का मन पढ़ाई में न लगना सामान्य है, लेकिन अगर यह समस्या अत्यधिक हो, तो माता-पिता के लिए चिंता का कारण भी बन जाता है। बच्चों की पढ़ाई को लेकर माता-पिता का चिंतित होना गलत भी नहीं है, क्योंकि हर पेरेंट्स अपने बच्चों का उज्ज्वल भविष्य चाहते हैं।
यदि बच्चों का मन पढ़ाई में न लग रहा हो तो रविवार को इमली के 22 पत्ते ले आएं। इनमें से 11 पत्ते सूर्यदेव को ‘ॐ सूर्याय नम:’ करते हुए अर्पित कर दें एवं शेष पत्ते अध्ययन की किसी भी पुस्तक में रख लें, पढ़ाई में मन लगने लगेगा।
विद्या प्राप्ति के अचूक और सिद्ध मंत्र
ॐ शारदा माता ईश्वरी, मैं नित सुमरि तोय, हाथ जोड़ अरजी करूं विद्या वर दे मोय
शारदायै नमस्तुभ्यं, मम ह्रदये प्रवेशिनी
ॐ ऎं सरस्वत्यै ऎं नमः।
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं महासरस्वती देव्यै नमः।
ॐ ऐं ह्रीं श्रीं वीणा पुस्तक धारिणीम् मम् भय निवारय निवारय अभयम् देहि देहि स्वाहा।
ॐ ऐं ह्रीं श्रीं अंतरिक्ष सरस्वती परम रक्षिणी मम सर्व विघ्न बाधा निवारय निवारय स्वाहा।
इन मंत्रों को पूर्ण श्रद्धापूर्वक पढ़ने से बल, विद्या, बुद्धि, तेज और ज्ञान की प्राप्ति होती है।
या कुंदेंदु तुषार हार धवला या शुभ्र वस्त्रावृता।
या वीणा वर दण्ड मंडित करा या श्वेत पद्मासना।
या ब्रह्माच्युत्त शंकर: प्रभृतिर्भि देवै सदा वन्दिता।
सा माम पातु सरस्वती भगवती नि:शेष जाड्या पहा।
स्मरण शक्ति वृद्धि हेतु :
ॐ ऐं स्मृत्यै नमः।
ॐ वाग देव्यै विद्महे काम राजाय धीमहि। तन्नो सरस्वती: प्रचोदयात।