HBE Ads
  1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. गिद्धराज जटायु रामायण काल के प्रथम बलिदानी थे, जिन्होंने धर्म और नारी गरिमा की रक्षा के लिए स्वयं को बलिदान किया : सीएम योगी

गिद्धराज जटायु रामायण काल के प्रथम बलिदानी थे, जिन्होंने धर्म और नारी गरिमा की रक्षा के लिए स्वयं को बलिदान किया : सीएम योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज जनपद गोरखपुर में राज गिद्ध के संरक्षण, संवर्धन एवं प्रजनन के लिए 'जटायु संरक्षण एवं प्रजनन केंद्र' का उद्घाटन किया। इस केंद्र का निर्माण ₹281 लाख की लागत से 5 हेक्टेयर में किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में हरियाली का दायरा बढ़ा है और जंगली जीव-जंतुओं को बचाने में भी हमें सफलता प्राप्त हुई है।

By शिव मौर्या 
Updated Date

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज जनपद गोरखपुर में राज गिद्ध के संरक्षण, संवर्धन एवं प्रजनन के लिए ‘जटायु संरक्षण एवं प्रजनन केंद्र’ का उद्घाटन किया। इस केंद्र का निर्माण ₹281 लाख की लागत से 5 हेक्टेयर में किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में हरियाली का दायरा बढ़ा है और जंगली जीव-जंतुओं को बचाने में भी हमें सफलता प्राप्त हुई है। प्रकृति और पर्यावरण को बचाकर के जब हम विकास करेंगे, वह हमारे लिए sustainable हो पाएगा।

पढ़ें :- 'बंटोगे तो लुटोगे' बीजेपी सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने की बात कही थी, वो तो नहीं हुआ, कर्ज जरूर दोगुना हो गया : राकेश ​टिकैत

उन्होंने कहा, गिद्धराज जटायु रामायण काल के प्रथम बलिदानी थे, जिन्होंने धर्म और नारी गरिमा की रक्षा के लिए स्वयं को बलिदान किया था। आज उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए जनपद गोरखपुर में नव निर्मित विश्व के प्रथम जटायु संरक्षण एवं प्रजनन केंद्र के उद्घाटन कार्यक्रम में सम्मिलित हुआ।

मुख्यमंत्री ने कहा, श्री अयोध्या धाम में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के ठीक सामने एक छोटी सी चोटी बनी है, उसमें विशालकाय एक प्रतिमा बनी है ‘गिद्धराज जटायु’ की, जो राम मंदिर की ओर लगातार देख रहे हैं। वचन नहीं जाना है, एक बार कह दिया तो होकर रहेगा…पूरा रामायण काल आज हमारे लिए आदर्श बना है। गांव गांव में रामलीलाएं होती हैं इसके पीछे यही कारण है वो मर्यादाएं थीं और अनुशासन थीं।

साथ ही कहा, प्रदेश में हाईवे बन रहे हैं। रेलवे का विस्तार हो रहा है। पब्लिक ट्रांसपोर्ट के बेहतरीन साधन आज नगरीय क्षेत्रों में मेट्रो के माध्यम से दे रहे हैं। एयर कनेक्टिविटी भी बेहतरीन तरीके से जुड़ रही है। साथ-साथ नौकरी/रोजगार की नई संभावनाओं को आगे बढ़ाने का काम किया जा रहा है। प्रकृति और पर्यावरण को बचाकर के जब हम विकास करेंगे, वह हमारे लिए sustainable हो पाएगा। लम्बे समय तक उसको हम उपयोग कर पाएंगे।

 

पढ़ें :- साइबर खतरों को पहचानने और निवारक कदम उठाने के लिए पूरी तरह रहें तैयार : मोहित अग्रवाल

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...