नई दिल्ली: रसोई में उपयोग होने वाले मसालों में काला जीरा भी मैन होता है, जो की घर में उपयोग किए जाने वाले जीरा का ही एक रूप होता है। लेकिन यह टेस्ट में थोड़ा कड़वा होता है और सदियों से हर्बल औषधि के रूप में छोटी-मोटी दिक्कतों के उपचार में इसका उपयोग किया जाता रहा है।
तो चलिए जानते हैं कि क्या-क्या हैं इसकी खूबियां, जो इसे सामान्य जीरे से डिफरेंट करती हैं…
यह हमारे बॉडी में मौजूद इम्यून सेल्स को हेल्थ सेल्स में बदल कर ऑटोइम्यून विकारों को दूर करने में मददगार है। काला जीरा हमारे बॉडी में इम्यूनिटी बढ़ाने में बोन मैरो, नेचुरल इंटरफेरॉन और रोग-प्रतिरोधक सेल्स की सहायता करता है। यह थकान और कमजोरी को भी दूर करता है, बॉडी में ऊर्जा का संचार करता है और साथ ही मजबूत बनाता है।
3 माह तक काले जीरे के हर रोज उपयोग से बॉडी में जमा हुए अनावश्यक वजन घटाने में काफी सफलता मिलती है। काला जीरा फैट को गला कर अपशिष्ट पदार्थों के जरिए से बॉडी से बाहर निकालने में मददगार है। इस प्रकार यह आपको चुस्त-दुरुस्त बनाने में मददगार साबित होता है। इसमें मौजूद मूत्रवर्धक प्रभाव के कारण भी इसका नियमित सेवन वेट कम करने में सहायक साबित होता है।
अपने एंटीमाइक्रोबियल गुणों के वजह से काला जीरा पेट संबंधी कई दिक्कतों में लाभदायक है। पाचन संबंधी गड़बड़ी, गैस्ट्रिक, पेट फूलना, पेट-दर्द, दस्त, पेट में कीड़े होना आदि दिक्कतों में यह बेहद आराम देता है।