अनायास ही धन की हानि होती रहती हैं और व्यक्ति दरिद्रता के सागर में डूबता जाता हैं। इससे उबरने के लिए ज्योतिष शास्त्र के तंत्र शास्त्र में कई उपाय बताए गए हैं।
नई दिल्ली: पैसा किसी के पास कभी ज्यादा नहीं होता हर कोई आज के समय में पैसे की होड के पीछे भाग रहा है। और हर शख्स चाहता है कि उनके धन के भंडार भरे रहें।इसके लिए व्यक्ति हर संभव प्रयास करते हुए एक-एक पाई जोड़ता हैं।
लेकिन कई बार ऐसी स्थिति बन जाती हैं कि अनायास ही धन की हानि होती रहती हैं और व्यक्ति दरिद्रता के सागर में डूबता जाता हैं। इससे उबरने के लिए ज्योतिष शास्त्र के तंत्र शास्त्र में कई उपाय बताए गए हैं। आज इस कड़ी में हम आपके लिए धन वृद्धि के उन्हीं उपायों की जानकारी देने जा रहे हैं जो आपके जीवन को खुशियों से भर देंगे।
शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी के मंदिर में झाड़ू दान करें और कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें, ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और आशीर्वाद देती हैं। इसके बाद अशोक की जड़ को गंगाजल से पवित्र करें और फिर उसे धन स्थान के पर रख दें। ऐसा करने से आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा और आपके कोष में वृद्धि होगी।
शुक्ल पक्ष के किसी भी मंगलवार या गुरुवार को एक मिट्टी के बर्तन में लें और उसमें साबुत सूखा धनिया और 21 रुपए के सिक्के डालकर ऊपर से मिट्टी डाल दें। मिट्टी व धनिया को हल्के हाथ से मिक्स कर दें और फिर थोड़ा सा पानी डाल दें। ऐसा करने के बाद बर्तन को उत्तर दिशा में रख दें और हर रोज थोड़ा सा पानी दें। जब धनिया निकल आए तो उसे उपयोग में लें और सिक्कों को लाल कपड़ा में बांधकर घर या कार्यलय में लटका दें। धन आगमन का यह टोटका आपके लिए काफी कारगर सिद्द होगा।
तंत्र शास्त्र के अनुसार, दालचीनी के पाउडर को लेकर उस पर से सात बार अगरबत्ती को एंटी क्लॉक वाइज घूमाकर धन वृद्धि के लिए कामना करें और फिर उसे अपने पर्स, तिजोरी या फिर जहां पैसा रखते हों, वहां छिड़क लें और बची हुई दालचीनी के पाउडर को घर के मंदिर में ही रख दें और हर दूसरे-तीसरे दिन यहीं क्रिया दोरहाएं। ऐसा करने से आपकी मनोकामना जल्द पूरी होगी।