उत्तरप्रदेश की अति संवेदनशील बांदा, मिर्जापुर और सोनभद्र जैसे जिलों की कारागार में कई माह से अधीक्षक नहीं है। इन जिलों में कई बड़े आपराधी और माफिया बंद हैं।
बांदा/अलीगढ़। उत्तरप्रदेश की अति संवेदनशील बांदा, मिर्जापुर और सोनभद्र जैसे जिलों की कारागार में कई माह से अधीक्षक नहीं है। इन जिलों में कई बड़े आपराधी और माफिया बंद हैं। बताया जा रहा है कि इन जेलों में कोई भी बड़ा पुलिस अधीक्षक जाना ही नहीं चाह रहा है।
कुछ अफसर इन जेलों की जिम्मेदारी मिलते ही बिमारी का बहाना बना कर के बैठ जाते हैं तो कुछ लंबी छुट्टी पर चले जाते हैं। हॉल ही में चार फरवरी को अलीगढ़ जेल अधीक्षक विपिन मिश्र के निलंबन से खाली हुई जेल के लिए यही अधीक्षक तैनाती के जुगाड़ में लग गए हैं। करीब दर्जन भर जेल अधीक्षक अलीगढ़ में तैनाती के लिए जेल मुख्यालय से लेकर शासन में बैठे उच्च अधिकारियों की परिक्रमा कर सिफारिश में लगे हैं।
इन जेलों में अधीक्षक नहीं
बांदा, मिर्जापुर, सोनभद्र, ललितपुर भदोही, प्रतापगढ़, महराजगंज, हरदोई, उन्नाव,देवरिया, कासगंज, बिजनौर,गोंडा, बहराइच, संतकबीरनगर, आदर्श कारागार, नारी बन्दी निकेतन, इटावा जिला जेल में अधीक्षक नहीं हैं।