उत्तर भारत के प्रसिद्ध श्रीरंगनाथ मंदिर में नंदोत्सव के रूप में प्रसिद्ध लठ्ठा का मेला आयोजित किया गया। जिसमें अंतर्यामी अखाड़े के पहलवानों ने अपने हुनर का प्रदर्शन करते हुए सभी का खूब मनोरंजन किया। पताका जीतने के बाद सभी पहलवानों ने भगवान गोदारंगमन्नार के दर्शन किए। जो इस मेला को देखने के लिए निज मंदिर से बग्घी में कदंब के वृक्ष पर विराजमान होकर स्वयं बाहरी परिसर में आते हैं।
मथुरा। उत्तर भारत के प्रसिद्ध श्रीरंगनाथ मंदिर (Famous Sriranganath Temple) में नंदोत्सव के रूप में प्रसिद्ध लठ्ठा का मेला आयोजित किया गया। जिसमें अंतर्यामी अखाड़े (Antaryami Akhara) के पहलवानों ने अपने हुनर का प्रदर्शन करते हुए सभी का खूब मनोरंजन किया। पताका जीतने के बाद सभी पहलवानों ने भगवान गोदारंगमन्नार के दर्शन किए। जो इस मेला को देखने के लिए निज मंदिर से बग्घी में कदंब के वृक्ष पर विराजमान होकर स्वयं बाहरी परिसर में आते हैं।
उत्तर भारत के प्रसिद्ध श्रीरंगनाथ मंदिर में नंदोत्सव के रूप में प्रसिद्ध लठ्ठा का मेला आयोजित किया गया। जिसमें अंतर्यामी अखाड़े के पहलवानों ने अपने हुनर का प्रदर्शन करते हुए सभी का खूब मनोरंजन किया। pic.twitter.com/VLTzxNmwx2
— santosh singh (@SantoshGaharwar) September 9, 2023
श्रीरंगनाथ मंदिर में आयोजित नंदोत्सव के मौके पर देर शाम चंदन की लकड़ी से निर्मित लगभग 25 फुट ऊंचे पीतलपत्र जड़ित विशाल खंभ (लठ्ठा) को लगाया तथा उसके समीप एक मचान पर मंदिर के सेवक तेल मिश्रित जल को लेकर जमे हुए थे। अंतर्यामी अखाड़े के पहलवान उस्ताद राधाकिशन के निर्देशन में सुरेश चंद, गिरधारी ठाकुर पप्पू ठाकुर, रोहित, रतन, विष्णु, संजय, केशव और शिव सिंह आदि करीब 40 पहलवान अपनी परंपरा अनुसार पताका फहराते हुए शोभायात्रा के रुप में रंगनाथ मंदिर पहुंचे।
मुख्य अतिथि अखिल विश्व क्षत्रिय महासभा (All World Kshatriya Mahasabha) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जोगेंद्र सिंह भदौरिया ने क्षत्रिय समाज को एक जुट होने का आह्वान करते हुए कहा कि आज बड़े गौरव का दिन है जब पूरा क्षत्रिय समाज शोभायात्रा के साथ रंगनाथ भगवान के लठ्ठा के मेला में भगवान के आशीर्वाद से अपना शोर्य दिखा रहा है।
इससे पूर्व अंतर्यामी अखाड़ा के पहलवान भगवान रंगनाथ की जय-जयकार करते हुए खंभे पर चढ़ने का प्रयास करने लगे। जो रस्सी आदि लगाकर सीढ़ीनुमा मोर्चा बनाकर एक के ऊपर एक चढ़कर मानव सीढ़ी सी बनाने की कोशिश कर रहे थे, जिसे परास्त करने के लिए मंदिर के कर्मचारियों द्वारा बार-बार तेल मिश्रित जल गिराकर उन्हें दूर करने में लगे हुए थे। वहीं हजारों की संख्या में उपस्थित भक्तों ने भी पहलवानों के इस प्रदर्शन का जमकर आनंद लिया। अंत में पहलवानों ने काफी मशक्कत के बाद विजय पताका हासिल करने में कामयाबी हासिल की। जिससे खुश पहलवान भगवान रंगनाथ का जयघोष करने लगे और संपूर्ण वातावरण जयकारों से गुंजायमान हो उठा।
इस अवसर पर मंदिर के महंत स्वामी गोवर्धन रंगाचार्य, सीईओ अनघा श्रीनिवासन, स्वामी रघुनाथ, स्वामी यति राज, स्वामी रंमगा, चौबी स्वामी, चक्रपाणि मिश्र, तिरुपति राव, क्षत्रिय महासभा के संयोजक जितेंद्र सिंह राणा, विजयपाल सिंह , उदय सिंह, धर्मेंद्र सिंह, नवीन सिंह, संजीव बाबा, शैलेंद्र सिंह, अम्बरीष पुंडीर आदि उपस्थित रहे।