मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) प्रदेश के हर तबके को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने का काम रही है। इसके साथ ही उनके जीवन व्यापन सुधारने के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिससे वह जुड़कर अपना और अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं।
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) प्रदेश के हर तबके को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने का काम रही है। इसके साथ ही उनके जीवन व्यापन सुधारने के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिससे वह जुड़कर अपना और अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं।
इसी योजना के तहत योगी सरकार (Yogi Government) जेल में बंद बंदियों को भी समाज की मुख्यधारा में वापस लौटने और अपना जीवन यापन नये सिरे से शुरू करने के लिए प्रदेश की जेलों में प्रधानमंत्री कौशल विकास कार्यक्रम (Prime Minister’s Skill Development Program) के तहत विभिन्न प्रशिक्षण दे रही है। कारागार में निरुद्ध बंदियों ने पिछले एक साल में करीब 60 ट्रेडों मेें 8160 बंदियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया है।
महिला और पुरुष बंदियों ने प्राप्त किया प्रशिक्षण
अयोध्या परिक्षेत्र (Ayodhya Zone) में 5 जिला कारागार में कुल 12 ट्रेडों में 376 बंदियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसमें जिला कारागार बाराबंकी में 155, गोंडा में 84, बहराइच में 30, अंबेडकरनगर में 93, अयोध्या में 14 बंदियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसी तरह गोरखपुर परिक्षेत्र में 9 जिला कारागार में कुल 8 ट्रेडों में 373 बंदियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसमें जिला कारागार गोरखपुर में 25, देवरिया में 68, महाराजगंज में 46, बस्ती में 25, सिद्धार्थनगर में 35, आजमगढ़ में 20, बलिया में 45, मऊ में 93 और संतकबीर नगर में 16 बंदियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। बरेली परिक्षेत्र में केंद्रीय कारागार समेत 6 जिला कारागार में 20 ट्रेडों में 1010 बंदियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।
इसमें केंद्रीय कारागार बरेली में 120, जिला कारागार पीलीभीत में 117, बदायूं में 244, शाहजहांपुर में 234, मुरादाबाद में 105 और बिजनौर में 190 बंदियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। कानपुर परिक्षेत्र में केंद्रीय कारागार समेत 6 जिला कारागार में 15 ट्रेडों में 388 बंदियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसमें केंद्रीय कारागार फतेहगढ़ में 65, जिला कारागार फतेहगढ़ में 102, उरई में 55, ललितपुर में 53, कन्नौज में 5 और झांसी में 108 बंदियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। प्रयागराज परिक्षेत्र में केंद्रीय कारागार, जिला कारागार समेत उप कारागार में 17 ट्रेडों में 541 बंदियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसमें केंद्रीय कारागार नैनी में 50, जिला कारागार प्रतापगढ़ में 20, चित्रकूट में 64, कौशाम्बी में 159, फतेहपुर में 123, बांदा में 20 और उप कारागार महोबा में 105 बंदियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।
सबसे ज्यादा मेरठ परिक्षेत्र में 3225 बंदियों ने प्राप्त किया प्रशिक्षण
मेरठ परिक्षेत्र (Meerut Zone) में 6 जिला कारागार में कुल 33 ट्रेडों में 3225 बंदियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसमें जिला कारागार मेरठ में 351, गाजियाबाद में 465, गौतमबुद्धनगर में 250, बुलंदशहर में 1012, सहारनपुर में 31 और मुजफ्फनगर 1126 बंदियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। आगरा परिक्षेत्र में 8 जिला कारागार में कुल 18 ट्रेडों में 1011 बंदियों को प्रशिक्षण दिया गया। लखनऊ परिक्षेत्र में आदर्श कारागार, जिला कारागार समेत 7 नारी बंदी निकेतन में कुल 23 ट्रेडों में 975 बंदियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसमें आदर्श कारागार लखनऊ में 106, जिला कारागार उन्नाव में 152, नारी बंदी निकेतन लखनऊ में 188, जिला कारागार सीतापुर में 169, खीरी में 59, हरदोई में 110 और रायबरेली में 191 बंदियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। वहीं वाराणसी परिक्षेत्र में केंद्रीय कारागार समेत 6 जिला कारागार में 5 ट्रेडों में 251 बंदियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।
इन ट्रेडों में दिया जा रहा प्रशिक्षण
प्रदेश के कारागारों में बंदियों को बेकरी, सिलाई, कढ़ाई, काष्ठ कला, मोटर बाइडिंग, कंप्यूटर, इलेक्ट्रीशियन, सिलाई, विद्युत वायरिंग, इलेक्ट्रिक, प्लम्बरिंग, मिट्टी के दीये एवं बर्तन, कम्पोस्ट खाद, इलेक्ट्रानिक्स, डेयरी फार्मिंग एवं वर्मी कम्पोस्टिंग, मत्स्य पालन, बंदी कंप्यूटर हार्डवेयर नेटवर्किंग, कंप्यूटर साफ्टवेयर, कारपेंटर, मेशन, मोबाइल, ब्यूटीशियन समेत करीब 60 ट्रेडों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है।