भगवान विष्णु की कृपा पाने के एकादशी का व्रत सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है।आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष में आने वाली एकादशी को योगिनी एकादशी कहते हैं।
Yogini Ekadashi 2023: भगवान विष्णु की कृपा पाने के एकादशी का व्रत सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है।आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष में आने वाली एकादशी को योगिनी एकादशी कहते हैं। इस बार दिनांक 14 जून को योगिनी एकादशी है।एकादशी के बारे में पौराणिक मान्यता है कि इस व्रत का विधि विधान से पालन करने से जीवन मरण के बाधा से मुक्ति मिल जाती है। इस सांसारिक भव बंधन से मुक्ति मिल जाती है। जीव और परमात्मा के संबंध को प्रगाढ़ करने के लिए यह व्रत सर्वाधिक उपयोगी माना जाता है।
एकादशी व्रत में व्रत रख रहे हैं, तो सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें और व्रत करने का संकल्प लेकर भगवान विष्णु की पूजा, अर्चना करें। ऐसा करने से व्यक्ति पर भगवान विष्णु के साथ-साथ मां लक्ष्मी की भी कृपा बनी रहेगी।
एकादशी व्रत के नियमों का पालन करना बहुत जरूरी है। कुछ खाद्य पदार्थों का सेवन इस व्रत का पालन करने वालों के लिए वर्जित है। इस दिन घर के अन्य सदस्यों को भी चावल का सेवन नहीं करना चाहिए। निर्जला एकादशी के दिन चावल, नमक के अलावा बैंगन, मूली, प्याज, लहसुन और मसूर की दाल जैसे अशुद्ध चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। व्रत में इन चीजों का सेवन करने से व्रत भंग हो सकता है।