रीवा नगर निगम कार्यालय से एक बेहद ही चौकाने वाली खबर सामने आई है, जहां एक युवक कार्यलय के अंदर ही फांसी लगा कर मरने की कोशिश कर रहा था और साथ ही किसी पर घूसखोरी का आरोप भी लगा रहा था। इस घटना की जानकारी मिलते ही अधिकारी व कर्मचारी आनन-फानन में मौके पर पहुंचे और युवक को तत्काल फांसी के फंदे से उतार कर एम्बुलेंस से संजय गांधी अस्पताल पहुंचा।
रीवा। रीवा नगर निगम कार्यालय से एक बेहद ही चौकाने वाली खबर सामने आई है, जहां एक युवक कार्यलय के अंदर ही फांसी लगा कर मरने की कोशिश कर रहा था और साथ ही किसी पर घूसखोरी का आरोप भी लगा रहा था। इस घटना की जानकारी मिलते ही अधिकारी व कर्मचारी आनन-फानन में मौके पर पहुंचे और युवक को तत्काल फांसी के फंदे से उतार कर एम्बुलेंस से संजय गांधी अस्पताल पहुंचा।
बता दें कि युवक से नगर निगम की योजना का लाभ दिलाने के लिए उससे 5 हजार रुपए की रिश्वत मांगी जा रही थी। लेकिन उसके पास पैसे नहीं थे। जिसके बाद से वह शख्स वहीं खुदकुशी करने की कोशिश करने लगा। युवक 50 हजार रुपए का लोन लेना चाहता था। इसके लिए उसने मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना का फॉर्म भरा।
जाने क्या था वजह
इसी योजना के तहत उसे लोन मिलना था। लेकिन युवक का आरोप है कि फॉर्म को आगे बढ़ाने के एवज में अधिकारी और कर्मचारियों ने 5 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। जिसके बाद से शख्स काफी निराश हो गया और फांसी लगा कर आत्महत्या करने की कोशिश करने लगा। इस घटना की जानकारी मिलते ही अधिकारी व कर्मचारी आनन-फानन में मौके पर पहुंचे और युवक को तत्काल फांसी के फंदे से उतार कर एम्बुलेंस से संजय गांधी अस्पताल पहुंचा।
किसने बचाई जान
जैसे ही युवक तेज भान साकेत फंदे पर झूला, तुरंत पास में खड़े एक व्यक्ति ने उसे बचा लिया। बचाने वाला युवक पेशे से ठेकेदार है। वह वहीं पर निर्माण कार्य करता है।