अभिनेता सुसोवन सोनू रॉय (Susovan Sonu Roy) ने बचपन में बहुत ही संघर्षों का सामना किया। बचपन में ही उन्होंने अपने पिता को एक दुर्घटना में खो दिया। मां के साथ उन्होंने बचपन से ही संघर्ष किया। उन्होंने कहा कि, उनकी मां उनके जीवन के हर हिस्से में उनका साथ देती हैं। उनकी मां उन्हें एक गायक के रूप में चाहती थीं लेकिन अभिनेता को नृत्य सबसे ज्यादा पसंद है।
नई दिल्ली। अभिनेता सुसोवन सोनू रॉय (Susovan Sonu Roy) ने बचपन में बहुत ही संघर्षों का सामना किया। बचपन में ही उन्होंने अपने पिता को एक दुर्घटना में खो दिया। मां के साथ उन्होंने बचपन से ही संघर्ष किया। उन्होंने कहा कि, उनकी मां उनके जीवन के हर हिस्से में उनका साथ देती हैं। उनकी मां उन्हें एक गायक के रूप में चाहती थीं लेकिन अभिनेता को नृत्य सबसे ज्यादा पसंद है। साथ ही वह एक अच्छे नर्तक भी हैं और उनका नृत्य कौशल वास्तव में अच्छा है।
उन्होंने आकाश आठ चैनल के सीरियल “आनंदमयी मां” में काम किया और उस सीरियल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बाद उन्होंने स्टार जलसा चैनल के धारावाहिक “मोहर” में अभिनय किया और मोहर के माध्यम से उन्हें स्टार जलशा चैनल के “कोरापाखी” में एक और प्रोजेक्ट मिला, जो कि एक ही प्रोडक्शन हाउस प्रोजेक्ट है। उन्होंने कई महीनों तक उस विशेष धारावाहिक में नकारात्मक भूमिका निभाई।
उसके बाद उन्होंने ज़ी बांग्ला चैनल के धारावाहिक “जमुना ढाकी” में भी अभिनय किया। इस धारावाहिक में उन्होंने पड़ोसी की भूमिका निभाई। उसके बाद फिर से स्टार जलशा चैनल के धारावाहिक “तितली” में अभिनय किया। इस धारावाहिक में उन्होंने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और “खेलाघोर” धारावाहिक में भी अभिनय किया।