केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक (Union Minister of State for Home Nisith Pramanik) ने एक टीवी इंटरव्यू में कहा कि पीओके में किसी भी दिन भारत का तिरंगा लहराएगा। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि मोदी-शाह इस काम को संभव बना सकते हैं। चुनाव से पहले पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (Pok) पर दोबारा कब्जा करने की बात पर कांग्रेस ने तंज कसा है।
नई दिल्ली। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक (Union Minister of State for Home Nisith Pramanik) ने एक टीवी इंटरव्यू में कहा कि पीओके में किसी भी दिन भारत का तिरंगा लहराएगा। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि मोदी-शाह इस काम को संभव बना सकते हैं। चुनाव से पहले पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (Pok) पर दोबारा कब्जा करने की बात पर कांग्रेस ने तंज कसा है।
केंद्रीय राज्य मंत्री के दावे पर लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने तंज कसा है। कांग्रेस सांसद अधीर चौधरी ने कहा कि पाक-चीन गलियारा पीओके से होकर 3000 किलोमीटर का है। उन्होंने कहा था कि हम 2019 में पीओके पर कब्जा कर लेंगे। जिस दिन कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया गया। उस दिन अमित शाह ने संसद में लंबा भाषण दिया। मैं पीओके पर कब्जा कर लूंगा। मैं अक्साई चिन पर कब्जा कर लूंगा।लेकिन चीन अब लद्दाख पर कब्जा कर रहा है और सभी भाषणों से चुनाव से पहले बाजार गर्म करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्हें पहले पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से एक सेब तो लाने दीजिए, फिर उस पर कब्जा करने की बात करें।
इस संबंध में तृणमूल विधायक और राज्य मंत्री शशि पांजा ने कहा कि देश की संसद की सुरक्षा पर सवालिया निशान लगा है। मैं पहले गृह मंत्री और प्रधानमंत्री का बयान सुनना चाहती हूं। वे इससे बच रहे हैं। मुख्य विषय से ध्यान भटकाने के लिए तरह-तरह के मुद्दे उठाए जाते हैं। बीजेपी उस ध्यान को भटकाने का काम कर रही है।
कश्मीर के उस हिस्से को पाकिस्तान से आजाद कराने के लिए सेना के अभियान से जुड़े सेवानिवृत्त कर्नल बाबुल चंद ने कहा कि मैं 10 साल पहले की बात कर रहा हूं। मैंने उस क्षेत्र में काम किया है। जब पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर का एक व्यक्ति अपने रिश्तेदार के घर जाता तो उसे अच्छी तरह से खाना भी नहीं मिलता था। इससे पता चलता है कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर कितना उपेक्षित है। पाकिस्तान उस क्षेत्र को कोई महत्व नहीं देता है। इसलिए वहां के लोगों को पता है कि अगर उन्हें भारत में शामिल किया गया तो उन्हें क्या फायदा होगा? हमारी सेना के पास भी योजना है कि उस क्षेत्र को कैसे वापस लाया जाए।