Adipurush Dialogue Controversy Video: फिल्म 'आदिपुरुष' को लेकर काफी बवाल मचा हुआ है। फिल्म के डायलॉग्स को लेकर लोगों में काफी गुस्सा देखने को मिल रहा है, क्योंकि इन डायलॉग्स में जिन भाषा का इस्तेमाल किया है। इस चलते मनोज मुंतशिर को सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल किया जा रहा है।
Adipurush Dialogue Controversy Video: फिल्म ‘आदिपुरुष’ को लेकर काफी बवाल मचा हुआ है। फिल्म के डायलॉग्स को लेकर लोगों में काफी गुस्सा देखने को मिल रहा है, क्योंकि इन डायलॉग्स में जिन भाषा का इस्तेमाल किया है। इस चलते मनोज मुंतशिर को सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल किया जा रहा है। वहीं, अब उन पर आरोप भी लगाया जा रहा है कि उन्होंने यह डायलॉग चोरी किए हैं। बता दें कि फिल्म में हनुमान जी का जो डायलॉग है, वह पहले भी बोले जा चुके हैं। आइए आपको विस्तार से समझाते हैं।
ये डायलॉग्स पहले 2 लोग इस पहले ही बोल चुके हैं, जिसका वीडियो है वायरल
बता दें कि फिल्म में हनुमान जी जब लंका दहन करने जाते हैं, तो इंद्रजीत उनकी पूंछ में आग लगाने लगता है और पूछता है,’जली न?’ इस पर हनुमान जी कहते हैं कि कपड़ा तेरे बाप का, तेल तेरे बाप का, आग भी तेरे बाप की, तो जलेगी भी तेरे बाप की। इस डायलॉग को लेकर मनोज मुंतशिर को खूब ट्रोल किया जा रहा है, लेकिन अब सामने आया है कि इन डायलॉग्स को लिखने से पहले 2 लोग इस पहले ही बोल चुके हैं, जिसका वीडियो भी सामने आया है।
कुकवि म. मुं. शु. को ये बताना चाहिए कि आदिपुरुष के संवाद उन्होंने कहां कहां से उठाये हैं! “जली किसकी” वाले संवाद की तो पूरी शृंखला ही बनी हुई है। कवि यहां वहां से बेशक उधार ले सकता है, लेकिन धार इतनी भी भोथरी नहीं होनी चाहिए कि चुराने की ज़रूरत पड़ जाए।
वीडियो सौजन्य… https://t.co/sLzz2ddC8K pic.twitter.com/JhO5XyffP1
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— Avinash Das (@avinashonly) June 17, 2023
जी हां, ट्विटर पर अविनाश दास के पेज से यह वीडियो शेयर किया गया है, जिसमें कुमार विश्वास यह डायलॉग बोलते दिख रहे हैं। यह वीडियो 20 साल पुराना है, जिसे कुमार विश्वासने एक इवेंट के दौरान पढ़ा था। वहीं, एक स्वामी जी भी इसी डायलॉग को बोलते हुए दिख रहे हैं।
कुकवि म. मुं. शु. को ये बताना चाहिए कि आदिपुरुष के संवाद उन्होंने कहां कहां से उठाये हैं!
इस ट्वीट को शेयर करते हुए लिखा गया है कि ”कुकवि म. मुं. शु. को ये बताना चाहिए कि आदिपुरुष के संवाद उन्होंने कहां कहां से उठाये हैं! “जली किसकी” वाले संवाद की तो पूरी शृंखला ही बनी हुई है। कवि यहां वहां से बेशक उधार ले सकता है, लेकिन धार इतनी भी भोथरी नहीं होनी चाहिए कि चुराने की ज़रूरत पड़ जाए। मनोज मुंतशिर शुक्ला ने यह तय कर लिया है कि वह कुछ भी मौलिक नहीं रचेगा। पहले से रचे हुए की चोरी करता रहेगा। 2017 में थाइलैंड के एक मैनेजमेंट कॉलेज के शो में हंसी हंसी में जो बात कुमार विश्वास ने कही थी, उसे आदिपुरुष में हनुमान की ज़बान पर यूं का यूं चिपका दिया। एक धिक्कार तो बनता ही है इस चोरी पर!