अफगानिस्तान में तालिबान का हिंसक अभियान तेज हो गया है।तालिबान आतंकी अफगानिस्तान के आम नागरिकों को निशाना बना रहा है। तालिबानी लड़ाके आम नागरिकों को तरह तरह की यातनाएं दे रहे है। अफगानिस्तान में तालिबान का सबसे क्रूर कृत्य सामने आया है। तालिबानी आतंकी अफगानिस्तान में महिलाओं पर अत्याचार कर रहे है।
Afghanistan: अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबान का हिंसक अभियान (Taliban’s violent campaign) तेज हो गया है। तालिबान आतंकी (Taliban terrorists) अफगानिस्तान के आम नागरिकों को निशाना बना रहा है। तालिबानी लड़ाके आम नागरिकों को तरह तरह की यातनाएं दे रहे है। अफगानिस्तान में तालिबान का सबसे क्रूर कृत्य सामने आया है। तालिबानी आतंकी अफगानिस्तान में महिलाओं पर अत्याचार (atrocities on women) कर रहे है।तालिबान ने चार दिनों में अफगानिस्तान के छठी प्रांतीय राजधानी पर कब्जा (capture of provincial capital) जमा लिया है।
खबरों के अनुसार, संगठन के प्रवक्ता ने सोमवार को मीडिया को भेजे गए मैसेज में कहा कि तालिबान ने सांमगन की राजधानी आयबक (Aybak capital of Samgan)को अपने कब्जे में ले लिया है। सांमगन ने डिप्टी गवर्नर ने तालिबानी कब्जे की पुष्टि कर दी है। उन्होंने कहा कि तालिबान यहां पर पूरे नियंत्रण में है। आयबक के सभी सरकारी और पुलिस प्रतिष्ठानों पर तालिबान का नियंत्रण है।
चरमपंथी समूह ने कहा कि इसके लड़ाकों ने प्रांतीय गवर्नर के कपाउंड, खुफिया निदेशक, पुलिस मुख्यालय और अन्य सरकारी इमारतों को अपने कब्जे में ले लिया है। तालिबान के हाथों में पड़ने वाली आयबक उत्तरी प्रांत की पांचवीं राजधानी है। कुल मिलाकर अभी तक छह राजधानियों पर तालिबान ने अपना झंडा फहरा दिया है।
,खबरों के अनुसार, तालिबान बाल्ख, बदख्शां और पंजशीर प्रांत की ओर बढ़ रहा है, ताकि इनकी राजधानियों पर भी कब्जा जमाया जा सके। जोवजान, कुंदुज और सार-ए-पोल के उलट सांमगन को कभी अफगानिस्तान में सबसे सुरक्षित प्रांतों में से एक माना जाता था, जहां तालिबान की मौजूदगी बेहद ही कम थी। हालांकि, पिछले तीन सालों में प्रांत में तालिबान की मौजूदगी में इजाफा देखने को मिला है।