कांग्रेस पार्टी में चल रही रस्साकस्सी के बीच झारखंड कांग्रेस में संकट की खबरें आने लगी है। झारखंड कांग्रेस के चार विधायक इरफान अंसारी, उमाशंकर अकेला, राजेश कच्छप और ममता देवी दिल्ली के लिए निकल पड़े हैं ।
नई दिल्ली : कांग्रेस पार्टी में चल रही रस्साकस्सी के बीच झारखंड कांग्रेस में संकट की खबरें आने लगी है। झारखंड कांग्रेस के चार विधायक इरफान अंसारी, उमाशंकर अकेला, राजेश कच्छप और ममता देवी दिल्ली के लिए निकल पड़े हैं । मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यह राज्य के नेतृत्व से सभी विधायक नाराज चल रहे हैं। यही नहीं, ये सभी विधायक बुधवार यानी आज दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात करेंगे।
इरफान अंसारी ने किया ये ट्वीट
कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने ट्वीट कर दिल्ली जाने की बात की जानकारी दी। उन्होंने लिखा,’ संगठन को मजबूत करना हमारा लक्ष्य है। झारखंड कांग्रेस को धार देने के लिए मेरे नेतृत्व में चार विधायक उमाशंकर अकेला, राजेश कच्छप और ममता देवी पहले झारखंड के इंचार्ज आरपीएन सिंह से मिले थे और बुधवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात करेंगे।
संगठन को मज़बूत करना हमारा लक्ष्य है. @INCJharkhand को धार देने के लिए मेरे नेतृत्व में चार विधायक श्री #UmaShankarAkela जी, श्री @MLARamgarh जी, श्री @RajeshKinc जी झारखंड के इंचार्ज श्री @SinghRPN जी से मिला और कल राष्ट्रीय महासचिव @kcvenugopalmp जी से मिलेंगे@RahulGandhi pic.twitter.com/qS3segL5UU
— Dr Irfan Ansari (@IrfanAnsariMLA) June 22, 2021
इन चारों विधायकों ने झारखंड कांग्रेस में कार्यकर्ताओं को सम्मान देने की बात उठाई है, ताकि उन्हें निगम और आयोग में जगह मिल सके। यही नहीं, कुछ दिने पहले भी इन विधायकों ने कहा था कि झारखंड के कांग्रेस कार्यकर्ता खुश नहीं हैं और उनको तरजीह नहीं मिली को पार्टी का नुकसान हो सकता है।
दूसरी तरफ पंजाब में सियासी खींचतान थमने का नाम ही नहीं ले रही है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू के बीच विवाद सड़कों पर आ गया है। पंजाब कांग्रेस की रार दिल्ली तक पहुंच चुकी है। आलाकमान ने एक तरफ मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को टीम संभालने की नसीहत दी है तो दूसरी तरफ पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी नवजोत सिंह सिद्धू से नाराज बताए जा रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, गुटबाजी को खत्म करने के लिए बनाई गई तीन सदस्यीय समिति ने भी सिद्धू की सार्वजनिक बयानबाजी पर नाराजगी जाहिर की है.