लोकसभा चुनाव 2024 में समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव की अगुआई में पार्टी अपने इतिहास में पहली बार लोकसभा में सीटों के लिहाज से देश की तीसरी और विपक्ष की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। ऐसा इतिहास रचकर मुलायम सिंह यादव से भी बड़ी सफलता की लकीर खींच दी है।
लखनऊ। लोकसभा चुनाव 2024 में समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव की अगुआई में पार्टी अपने इतिहास में पहली बार लोकसभा में सीटों के लिहाज से देश की तीसरी और विपक्ष की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। ऐसा इतिहास रचकर मुलायम सिंह यादव से भी बड़ी सफलता की लकीर खींच दी है।
PDA और मुद्दों की जुगलबंदी
सपा ने इस बार अखिलेश ने सबसे कम मुस्लिम-यादवों को टिकट दिया, जिनको खास तवज्जो देने की तोहमत पार्टी पर लगती है। अपने कोर वोटर (मुस्लिम-यादव) को समझाने के साथ नए को जोड़ने का ताना-बाना उन्होंने PDA (पिछड़ा, दलित व अल्पसंख्यक) के जरिए बुना। अखिलेश के भाषण, बैठकों से लेकर लोकसभा के प्रचार अभियान का यही मूल मुद्दा बन गया। भाजपा पर आरक्षण खत्म करने की साजिश के आरोप मढ़ने के साथ रोजगार, भर्ती, पिछड़ों-दलितों की भागीदारी छीनने के आरोप के इर्द-गिर्द ही अखिलेश टिके रहे। भाजपा की ध्रुवीकरण से जुड़े बयानों पर चुप्पी साधी और पार्टी के भीतर से इस पर सुर उभरे तो उसे चुप करा दिया, जिससे भाजपा को कोई मौका न मिले।
पीडीए की भागीदारी के दावे को पुख्ता बनाने के लिए टिकट वितरण को हथियार बनाया। 24 में पहली बार मुस्लिम-यादव से अधिक टिकट कुर्मियों को मिले। कुल टिकट में लगभग 50 फीसदी भागीदारी गैर-यादव ओबीसी की थी। पहली बार सपा ने अयोध्या और मेरठ की अनारक्षित सीटों से दलित उतारा। यादव बहुल सीटों पर कुशवाहा, निषाद, लोधी, शाक्य आदि बिरादरी के चेहरों को टिकट दिए। इन सब पर सपा का स्ट्राइक रेट शानदार रहा।
ऐसा कर एटा, आंवला, खीरी, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, जालौन, हमीरपुर, बांदा, फैजाबाद, अंबेडकरनगर, बस्ती, श्रावस्ती, संतकबीरनगर जौनपुर जैसी सीटें सपा के झोली में आई। सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल भी फतेहपुर से सांसद बन गए। राममंदिर का प्राण प्रतिष्ठा के बीच बने माहौल में अयोध्या का किला ढहा दिया। इसके साथ ही परिवार के सभी सीटों को जीतने में भी सफलता हासिल की।
यूपी की 37 सीटों पर सपा की सरपट दौड़ी साइकिल
कन्नौज से अखिलेश यादव 170922 वोटों से जीते
मैनपुरी से डिंपल यादव 221639 वोट से जीतीं
आजमगढ़ से धर्मेंद्र यादव 161035 वोटों से जीते
गाजीपुर से अफजाल अंसारी 124861 वोटों से जीते
कैराना से इकरा हसन 69116 वोटों से जीतीं
मुजफ्फरनगर से हरेंद्र मलिक 24672 वोटों से जीते
रामपुर से मुहिबुल्ला 87434 वोटों से जीते
मुरादाबाद से रुचिवीरा 105762 वोटों से जीतीं
संभल से जियाउर्रहमान बर्क 121494 वोट से जीते
फिरोजाबाद से अक्षय यादव 89312 वोट से जीते
आंवला से नीरज मौर्य 15969 वोटों से जीते
खीरी से उत्कर्ष वर्मा 34329 वोटों से जीते
बदायूं से आदित्य यादव 34991 वोटों से जीते
धौरहरा से आनंद भदौरिया 4449 वोटों से जीते
मोहनलालगंज से आरके चौधरी 70292 वोट से जीते
सुल्तानपुर से रामभुआल निषाद 43174 वोट से जीते
प्रतापगढ़ से शिवपाल सिंह पटेल 66206 वोट से जीते
इटावा से जितेंद्र कुमार दोहरे 58419 वोट से जीते
जालौन से नारायण अहिरवार 53898 वोट से जीते
बांदा से कृष्णा पटेल 71210 वोटों से जीतीं
फतेहपुर से नरेश उत्तम पटेल 33199 वोटों से जीते
कौशांबी से पुष्पेंद्र सरोज 103944 वोटों से जीते
बस्ती से राम प्रसाद चौधरी 100993 वोट से जीते
फैजाबाद से अवधेश प्रसाद 54567 वोट से जीते
अंबेडकरनगर से लालजी वर्मा 137247 वोट से जीते
श्रावस्ती से रामशिरोमणि वर्मा 76673 वोट से जीते
लालगंज से दारोगा प्रसाद सरोज 115023 वोट से जीते
संतकबीरनगर से पप्पू निषाद 92170 वोट से जीते
घोसी लोकसभा से राजीव राय 162943 वोट से जीते
बलिया से सनातन पांडेय 43384 वोटों से जीते
जौनपुर से बाबूसिंह कुशवाहा 99335 वोटों से जीते
मछलीशहर से प्रिया सरोज 35850 वोटों से जीतीं
चंदौली से चौधरी बिरेंद्र सिंह 21565 वोटों से जीते
रॉबर्ट्सगंज से छोटे लाल 129234 वोटों से जीते
एटा लोकसभा से देवेश शाक्य 28052 वोटों से जीते
सलेमपुर से रमाशंकर राजभर 3573 वोटों से जीते
हमीरपुर से अजेंद्र सिंह लोधी 2629 वोटों से जीते