संसद के मानसून सत्र से पहले केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने 18 जुलाई को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इसमें सभी दलों को आमंत्रित किया गया है। बता दें कि संसद सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक बुलाने की परंपरा है। इस बैठक में सत्ता पक्ष, विपक्ष से मानसून सत्र को सुचारू रुप से चलाने के लिए सहयोग मांगेगा।
नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र से पहले केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने 18 जुलाई को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इसमें सभी दलों को आमंत्रित किया गया है। बता दें कि संसद सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक बुलाने की परंपरा है। इस बैठक में सत्ता पक्ष, विपक्ष से मानसून सत्र को सुचारू रुप से चलाने के लिए सहयोग मांगेगा।
सरकार को घरेने की तैयारी में है विपक्ष
इस बार मानसून सत्र के हंगामेदार रहने की संभावना है। कोरोना, टीकाकरण, महंगाई और राफेल जैसे तमाम मुद्दों को लेकर विपक्ष सरकार को घेरने की योजना बना रहा है। बताया जा रहा है कि संसद के मानसून सत्र में सरकार 30 बिल लेकर आएगी। वहीं भाजपा सांसद जनसंख्या नियंत्रण और समान आचार संहिता पर भी प्राइवेट मेंबर बिल पेश करने वाले हैं।
संसद में कोरोना प्रोटोकॉल का होगा पालन
भारतीय जनता पार्टी ने अपने तमाम सांसदों को सदन में मौजूद रहने को कहा है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने संसद की तैयारियो का जायजा लेकर यह सुनिश्चित किया है कि संसद सत्र के दौरान कोरोना प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन हो। संसद सत्र में शामिल होने के लिए सांसदों को पहले ही टीका के दोनों डोज लेने को कहा गया था।
मिली जानकारी के मुताबिक राज्यसभा के 231 सांसदों में से तक 200 से ज्यादा सांसदों ने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ले ली है। जबकि 16 ने कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक ले ली है. वहीं लोकसभा में 540 में से 470 सांसदों ने कम से कम टीके के एक डोज ले ली है। वहीं जिन सांसदों ने कोरोना का टीका अब तक नहीं लगवाया है या उन्हें टीका लगवाने तक सदन में शामिल होने के लिए हर दो हफ्तों में आरटी-पीसीआर टेस्ट करवाना होगा।