कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच अमेरिका में एक और वायरस ने चिंता पैदा कर दिया है। खतरीा इतना बड़ा है कि ऐतिहात के तौर पर पर्यटक स्थलों को बंद करने निर्णय लिया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कैलिफोर्निया के साउथ लेक ताहो में चिपमंक्स नाम के जीव प्लेग वायरस से बीमार पड़ रहे थे।
नई दिल्ली: कोरोना वायरस के संक्रमण (virus infection) के बीच अमेरिका में एक और वायरस ने चिंता पैदा कर दिया है। खतरा इतना बड़ा है कि ऐतिहात के तौर पर पर्यटक स्थलों को बंद करने निर्णय लिया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कैलिफोर्निया (California)के साउथ लेक ताहो में चिपमंक्स (chipmunks) नाम के जीव प्लेग वायरस (plague virus) से बीमार पड़ रहे थे। चिपमंक्स को आम भाषा में इसे छोटी गिलहरी कह सकते हैं। वैज्ञानिकों ने जब इनके सैंपल की जांच की, तो वो हैरान रह गए। सभी में प्लेग वायरस मिला है। चिपमंक्स के अलावा चूहों के भी सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए गए हैं। अगर ये वायरस इंसानों के संपर्क में आया, तो काफी नुकसान कर सकता है। एक्सपर्ट के मुताबिक अभी तक इंसानों में कोई मामला सामने नहीं आया है।
स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक साउथ लेक ताहो (South Lake Tahoe) , कीवा बीच और टेलर क्रीक में बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। वायरस के संक्रमण कमा खतरा देखते हुए वहां के सभी पर्यटक स्थलों (Tourist Places) को 6 अगस्त से बंद करने का फैसला लिया गया। इसके लिए विस्तृत एडवाइजरी जारी कर दी गई है। मामले में कैलिफोर्निया स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि पिछले साल साउथ लेक ताहो इलाके में एक शख्स को प्लेग का संक्रमण हुआ था। ये पिछले 5 साल में पहला मामला था, लेकिन अब चिपमंक्स ने चिंता बढ़ा दी है।
वैज्ञानिकों के मुताबिक प्लेग को दुनिया की सबसे पुरानी महामारी कहा जाता है। इसे ताऊन, ब्लैक डेथ, पेस्ट नाम से भी जाना जाता है। आमतौर पर ये जूहों में पास्चुरेला पेस्टिस नामक जीवाणु से उत्पन्न होता है। चूहों के जरिए ये इंसानों में भी फैल सकता है।
अमेरिकी स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक न्यू मेक्सिको, उत्तरी एरिजोना, दक्षिणी कोलोराडो, कैलिफोर्निया, दक्षिणी ओरेगॉन और पश्चिमी नेवादा में अभी भी प्लेग के मामले देखने को मिल जाते हैं। सैकड़ों साल पहले इस महामारी ने लाखों की जानें ली थीं, लेकिन अब इसका इलाज संभव है।