चाचा शिवपाल यादव व अखिलेश यादव के बीच चल रहा विवाद अब थमने का नाम ही नही ले रहा है। 2022 के विधानसभा चुनाव के दो महिने बाद शिवपाल यादव ने अब अपनी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के पुनर्गठन का काम शुरू कर दिया है।
लखनऊ: चाचा शिवपाल यादव व अखिलेश यादव के बीच चल रहा विवाद अब थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। 2022 के विधानसभा चुनाव के दो महीने बाद शिवपाल यादव ने अब अपनी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के पुनर्गठन का काम शुरू कर दिया है। शिवपाल यादव ने शुक्रवार को प्रसपा में छात्र सभा, लोहिया वाहिनी समेत 9 विंग के प्रदेश अध्यक्षों का ऐलान कर दिया।
बताया जा रहा है कि प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव ने शुक्रवार को छात्र सभा, लोहिया वाहिनी, यूथ ब्रिगेड, पिछड़ा वर्ग, महिला सभा, सांस्कृतिक प्रकोष्ठ, अधिवक्ता सभा, शिक्षक सभा के प्रदेश अध्यक्ष नामित किए।
बता दें कि साल 2017 के विधानसभा चुनाव में शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव से नाराज होकर अपना एक अलग पार्टी का गठन किया था। जिसका नाम उन्होंने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी रखा था। लेकिन वहीं 2022 के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर से चाचा और भतीजें एक साथ नजर आए। लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद वह फिर से अलग हो गए।
जिसके बाद से यह तनाव अब खत्म होने का नाम नही ले रहा है। जिसके बाद से चाचा ने अपनी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के पुनर्गठन का काम शुरू कर दिया है। शिवपाल यादव ने शुक्रवार को प्रसपा में छात्र सभा, लोहिया वाहिनी समेत 9 विंग के प्रदेश अध्यक्षों का ऐलान कर दिया।