जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (Jawaharlal Nehru University) के कैंपस की कई दीवारों पर गुरुवार को ब्राह्मण विरोधी नारे (Anti Brahmin Slogans) लिखे हुए थे। इन नारों में 'ब्राह्मण कैंपस छोड़ो', 'शाखा में वापस जाओ' जैसे नारों को लिखकर परिसर के ब्राह्मणों को धमकी दी गई।
नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (Jawaharlal Nehru University) के कैंपस की कई दीवारों पर गुरुवार को ब्राह्मण विरोधी नारे (Anti Brahmin Slogans) लिखे हुए थे। इन नारों में ‘ब्राह्मण कैंपस छोड़ो’, ‘शाखा में वापस जाओ’ जैसे नारों को लिखकर परिसर के ब्राह्मणों को धमकी दी गई।
आपको बता दें, जेएनयू विश्वविद्यालय (JNU University) के अधिकारियों ने एक बयान जारी कर इस घटना की निंदा की है और कहा है कि परिसर को विकृत करने के लिए ‘अज्ञात तत्वों’ ने इस घटना अंजाम दिया है। घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
ब्राह्मण विरोधी नारे स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज-द्वितीय भवन की दीवारों पर लिखे थे। नलिन कुमार महापात्र (Nalin Kumar Mohapatra), राज यादव, प्रवेश कुमार और वंदना मिश्रा (Vandana Mishra) सहित कई ब्राह्मण प्रोफेसरों के कक्षों की दीवार पर ‘गो बैक टू शाखा’ लिखा हुआ था। सोशल मीडिया पर जैसे ही नारों की तस्वीरें वायरल हुईं, ‘ब्राह्मण जीवन मायने रखता है’ ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा है।
अधिकारियों ने एक बयान जारी कर आश्वासन दिया कि विश्वविद्यालय सभी धर्मों के लोगों का है। बयान में कहा गया है, “कुलपति, प्रोफेसर संतश्री डी पंडित ने एसआईएस, जेएनयू में कुछ अज्ञात तत्वों द्वारा दीवारों और फैकल्टी कमरों को विकृत करने की घटना को गंभीरता से लिया है। प्रशासन इन बहिष्कारवादी प्रवृत्तियों की निंदा करता है।” इस घटना को लेकर जेएनयू शिक्षक मंच ने ट्वीट करते हुए लिखा, ”वामपंथी-उदारवादी गिरोह हर विरोध करने वाली आवाज को डराता है।”