Astrology: धनतेरस के करीब आते ही बाजारों में रौनक बढ़ गयी है। धनतेरस पर खरीदारी करने का प्रचलन है। इस दिन वर्तन, सोना, चांदी, कौड़ियां, धनिया, कपड़े, झाड़ू, वाहन, प्रापर्टी समेत अन्य कई चीजें खरीदीं जाती हैं। इस बार धनतेरस दो नवंबर को बनाया जाएगा।
Astrology: धनतेरस के करीब आते ही बाजारों में रौनक बढ़ गयी है। धनतेरस पर खरीदारी करने का प्रचलन है। इस दिन वर्तन, सोना, चांदी, कौड़ियां, धनिया, कपड़े, झाड़ू, वाहन, प्रापर्टी समेत अन्य कई चीजें खरीदीं जाती हैं। इस बार धनतेरस दो नवंबर को बनाया जाएगा।
इसको लेकर अभी से ही बाजारों में रौनक बढ़ गयी है। ज्योतिष शात्र की माने तो इस दिन खरीदानी करने के साथ ही वस्तुओं को दान करने की परंपरा भी है। ऐसा करने से सुख समृद्धि बनी रहती है और कभी भी रुपयों की कमी नहीं होती। आईए क्या—क्या दान करने से कभी नहीं होती है रुपयों की कमी।
झाड़ू : धनतेरस के दिन घर में नई झाड़ू लाने की परंपरा है। इस दिन आप किसी मंदिर में या फिर सफाईकर्मी को झाड़ू दान दे सकते हैं। माना जाता है कि ऐसा करने पर मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है।
अन्न दान: धनतेरस के दिन अन्न दान सबसे बड़ा माना जाता है। इस दिन आप अन्न दान के साथ ही गरीब को भोजन करा सकते हैं। भोजन में केसर भात, नारियल और पीले रंगी की मिठाई अवश्य होना होना चाहिए। इसके साथ ही भोजन के बाद दक्षिणा जरूर दें। बताया जाता है कि ऐसा करने से घर अन्न के भंडार से हमेशा भरा रहता है।
लोहा दान: धनतेरस के दिन लोहा दान करने की प्रक्रिया भी है। ऐसा बताया जाता है कि लोहे की वस्तु को दान करने से दुर्भाग्य चला जाता है। साथ ही शुभ फल की प्राप्ति होती है।
वस्त्र दान: ऐसा कहा जताा है कि धनतेरस के दिन किसी जरूरतमंद को पीले वस्त्र दान करना चाहिए। ऐसे करने से जहां पुण्य की प्राप्ति होती है। वहीं कुबेरदेव की कृपा भी मिलती है।