सुबह जब बिस्तर पर आंख खुलती है उस समय हमारे मन मस्तिष्क में सर्वाधिक ऊर्जा का संचार होता है। सुबह आंख खुलते ही यदि सर्वाधिक उर्जा वाले शब्द का उच्चारण भी हो जाय तो निश्चित ही पूरा दिन साकारात्मक सोच से भरा रहेगा।
Astrology : सुबह जब बिस्तर पर आंख खुलती है उस समय हमारे मन मस्तिष्क में सर्वाधिक ऊर्जा का संचार होता है। सुबह आंख खुलते ही यदि सर्वाधिक उर्जा वाले शब्द का उच्चारण भी हो जाय तो निश्चित ही पूरा दिन साकारात्मक सोच से भरा रहेगा। हमारे प्रचीन ऋषियों,मुनियों, तपस्वी और ध्यानियों ने ध्यान की गहराई में जा कर एक ऐसी ध्वनि को सुना जो लगातार सुनाई देती रहती है शरीर के भीतर भी और बाहर भी। हर कहीं, वही ध्वनि निरंतर जारी है और उसे सुनते रहने से मन और आत्मा शांती महसूस करती है। ऋषियों ने उस ध्वनि को नाम दिया ‘ॐ’। सुबह -सुबह इस शब्द का उच्चारण करने से व्श्क्ति के जीवन में खुशियों छा जायेंगी, व्यक्ति अपनी सभी योजनाओं में सफलता प्राप्त करता रहेगा और उसे बधाईयां मिलने लगेंगी।
जब व्यक्ति ओम का उच्चारण करता रहता है उसके आसपास सकारात्मक ऊर्जा का विकास होने लगता है। फिर भी उस ध्वनि को सुनने के लिए तो पूर्णत:मौन और ध्यान में होना जरूरी है।
हिंदू धर्म और शास्त्र में कोई क्रिया ॐ शब्द के बिना अधूरा मानी जाती है। ॐ शब्द अपने आप में एक सम्पूर्ण मंत्र है। पूजा किसी भी देवी या देवता की हो ॐ शब्द का उच्चारण सबसे पहले किया जाता है।हिंदू धर्म में ॐ शब्द को बहुत ही पवित्र और धार्मिक माना गया है।
ॐ शब्द का उच्चरण करने से शरीर और मन को एकाग्र करने में मदद मिलती है। दिल की धड़कन और रक्तसंचार व्यवस्थित रहता है। इससे मानसिक बीमारियाँ दूर होती हैं।
शोध ने साबित किया है कि एकाग्रता के साथ ‘ॐ’ का जाप करने से एड्रेनालाईन हार्मोन का स्तर कम हो जाता है जो तनाव को कम करने में मदद करता है।