फैटी लीवर की समस्या नॉन एल्कोहलिक है तो इसे कुछ दवाओं और सही खानपान की हेल्प से ठीक किया जा सकता है।आयुर्वेद में कुछ ऐसी औषधियों का जिक्र है जो खराब लीवर को ठीक कर सकती है।
Ayurveda treatment: लीवर शरीर का बेहद जरुरी अंग होता है। लीवर से हमारी बॉडी के टॉक्सिस को निकालने में हेल्प मिलती है। साथ ही ये खाने को पचाने और मेटाबॉलिज्म को सही रखने में हेल्प करता है। कुछ भी अनाप शनाप खा लेने से और शराब की वजह से लीवर खराब हो जाता है।
जिससे फैटी लीवर और लीवर सिरोसिस जैसी परेशानियां हो सकती है। फैटी लीवर की समस्या नॉन एल्कोहलिक है तो इसे कुछ दवाओं और सही खानपान की हेल्प से ठीक किया जा सकता है।आयुर्वेद में कुछ ऐसी औषधियों का जिक्र है जो खराब लीवर को ठीक कर सकती है।
त्रिफला का जूस खराब लीवर में फायदा कर सकता है
औषधियों में से एक है त्रिफला चूर्ण जो फैटी लीवर के लिए फायदेमंद है। आयुर्वेदिक तरीकों से तैयार किया गया ये चूर्ण डाइजेशन को सही रखने में मदद करता है। इसके साथ ही शरीर के टॉक्सिन को बाहर निकालने और लीवर को खराब होने से बचाने में मदद करता है। त्रिफला में एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाये जाते है। त्रिफला का जूस खराब लीवर में फायदा कर सकता है।
आयुर्वेद में खराब लीवर को ठीक करने के लिए आंवला का इस्तेमाल किया जाता है। आंवला शरीर के पित्त को बैलेंस करने और अपच एसिडिटी को ठीक करने में मदद करता है। डेली दो से चार चम्मच आंवला का जूस का सेवन करने से फैटी लीवर के लिए फायदा करता है।
फैटी लीवर के लिए एलोवेरा लाभदायक
फैटी लीवर के लिए एलोवेरा लाभदायक होता है। ये बॉडी के डिटॉक्स करने में मदद करता है। साथ ही लीवर के फंक्शन को सही करता है। इसके अलावा हल्दी का अर्क में ऐसे तत्व होते है जो लीवर को डैमेज होने से बचाते है। हानिकारक टॉक्सिस से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद करता है।