चंद्रभानु गुप्त जी राजनीति के देवदूत हैं। उनकी प्रतिमा का अनावरण मेरे लिए सौभाग्य की बात है। स्व गुप्त जी की सेवा भावना और राष्ट्र के विकास की चिंता से नई पीढ़ी को सीखना चाहिए।
लखनऊ। चंद्रभानु गुप्त जी राजनीति के देवदूत हैं। उनकी प्रतिमा का अनावरण मेरे लिए सौभाग्य की बात है। स्व गुप्त जी की सेवा भावना और राष्ट्र के विकास की चिंता से नई पीढ़ी को सीखना चाहिए। स्व गुप्त के लिए वेश नहीं देश महत्वपूर्ण था। उनका राजनीतिक कद बहुत बड़ा था। उससे भी विराट उनकी सेवा भावना थी। यह बातें हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहीं हैं। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल आज लखनऊ में बाल विद्यांदिर की हीरक जयंती समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर विद्यालय परिसर में स्थापित स्व चंद्रभानु गुप्त की प्रतिमा का अनावरण भी हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल ने किया। उन्होंने कहा कि स्व गुप्त जैसे राजनेता देश की निधि हैं। ऐसे राजनेता हमेशा दलगत राजनीति से ऊपर होते हैं। उन्होंने कहा कि स्व गुप्त की राजनीतिक यात्रा हमेशा भारत के इतिहास में एक मानक के रूप में दर्ज रहेगी। जिन परिस्थितियों में उन्होंने लखनऊ में बाल विद्यामंदिर जैसे अनेक शिक्षा परिसरों की स्थापना की थी वह अतुलनीय है। वे वास्तव में बहुत बड़े लोग थे।
इससे पूर्व समारोह की अध्यक्षता कर रहे पूर्व मंत्री कुंवर रेवती रमण सिंह ने स्व चंद्रभानु गुप्त से जुड़ी अनेक यादों को साझा किया। समारोह में राज्य सभा सदस्य अशोक बाजपेई, राज्य सभा सदस्य बृजलाल सहित अनेक महत्वपूर्ण लोग उपस्थित थे। इस समारोह के आयोजक तथा मोती लाल नेहरू ट्रस्ट के सचिव राजेश सिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर विद्यालय के अनेक पूर्व छात्रों को सम्मानित किया गया। इसी समारोह में पुस्तक साइबर विधि का भी लोकार्पण किया गया। भारत सेवा संस्थान के अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद अशोक बाजपेई ने आभार व्यक्त किया। समारोह में संस्कृति पर्व के संपादक संजय तिवारी, रमेश दीक्षित , ओम प्रकाश अग्रवाल सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।
इस अवसर पर विद्यालय में स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का भी शिलान्यास किया गया। कार्यक्रम से पूर्व विद्यालय की छात्राओं ने गणेश वंदना एवं स्वागत गीत प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन सुश्री रजत मिश्रा ने किया। विद्यालय के प्राचार्य रामेश्वर पांडेय ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।