वाणी और विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा सदियों से होती आ रही है। कला कौशल में निपुणता और सर्वोच्च सफलता प्राप्त करने के लिए देवी सरस्वती की आराधना की जाती है।
Basant Panchami 2023 : वाणी और विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा सदियों से होती आ रही है। कला कौशल में निपुणता और सर्वोच्च सफलता प्राप्त करने के लिए देवी सरस्वती की आराधना की जाती है। मां सरस्वती को प्रसन्न करने के लिए वसंत पंचमी के दिन पीले पुष्पों से मां के आसन और मां का दरबार सजाया जाता है। उत्सव की तरह मनाने के लिए वैदिक मंत्रों से देवी सरस्वती की पूजा का विधान है। देश भर में लोग इस दिन मिठाइयां बांटकर एक दूसरे का सम्मान करते है।
बसंत पंचमी तिथि
पंचांग के अनुसार, माघ शुक्ल पंचमी 25 जनवरी 2023 की दोपहर 12 बजकर 34 मिनट से होगी और 26 जनवरी 2023 को सुबह 10 बजकर 28 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार इस साल वसंत पंचमी 26 जनवरी 2023 को मनाई जाएगी।
1.बसंत पंचमी के दिन बच्चे के वाणी दोष के लिए उपाय कर सकते हैं।यदि किसी बच्चे को वाणी दोष है तो बसंत पंचमी के दिन उसकी जीभ पर चांदी की सलाई या पेन की नोक से केसर की मदद से ‘ऐं’ लिख दें। ऐसी मान्यता है कि इससे बच्चे की जुबान ठीक हो सकती है।
2.बच्चे का मन पढ़ाई में नहीं लगता। हर वक्त पढ़ाई से जी चुराता है तो बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती को हरे रंग फल अर्पित करना चाहिए।
3.बच्चे के स्टडी रूम में माता सरस्वती का एक चित्र रखें और बच्चे को पढ़ाई करने से पहले नियमित रूप से माता को हाथ जोड़ कर प्रणाम करने के लिए कहें।