अगले महीने सात जुलाई को बीसीसीआई (BCCI) की शीर्ष परिषद की बैठक होने वाली हैं। इस बैठक में बीसीसीआई कई बड़े फैसले ले सकता है, जिसमें विदेशी टी20 लीग में रिटायर्ड खिलाड़ियों की हिस्सेदारी की मौजूदा नीति की समीक्षा कर बदलाव किया जा सकता है।
नई दिल्ली। अगले महीने सात जुलाई को बीसीसीआई (BCCI) की शीर्ष परिषद की बैठक होने वाली हैं। इस बैठक में बीसीसीआई कई बड़े फैसले ले सकता है, जिसमें विदेशी टी20 लीग में रिटायर्ड खिलाड़ियों की हिस्सेदारी की मौजूदा नीति की समीक्षा कर बदलाव किया जा सकता है। मौजूदा नीति के मुताबिक अपने पंजीकृत खिलाड़ियों को तभी किसी भी विदेशी टी20 लीग में हिस्सा लेने की अनुमति देता है, जब वे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट (International cricket) और घरेलू क्रिकेट (Domestic cricket) से संन्यास ले लेते हैं जिसमें आईपीएल भी शामिल है।
दरअसल, आईपीएल 2023 में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) को खिताब जिताने में अहम भूमिका निभाने के बाद अंबाती रायुडू (Ambati Rayudu) ने आईपीएल से संन्यास ले लिया था। संन्यास के ऐलान के बाद रायुडू (Rayudu) जुलाई में अमेरिका में होने वाली शुरुआती मेजर लीग क्रिकेट (MLC) में टेक्सास सुपरकिंग्स की ओर से खेलते नजर आएंगे। लेकिन बीसीसीआई (BCCI) अपने सक्रिय खिलाड़ियों को विदेशी टी20 लीग में हिस्सा लेने से बचाना चाहता है।
बीसीसीआई को इस बात का डर है कि टी20 फ्रेंचाइजी क्रिकेट (t20 franchise cricket) के फैलने से काफी खिलाड़ी जल्दी संन्यास ले सकते हैं। ऐसे में घरेलू क्रिकेट का स्तर और ज्यादा कमजोर न हो। इसके लिए बीसीसीआई अपने रिटायर्ड खिलाड़ियों की भागीदारी पर एक अनुच्छेद ला सकता है। बैठक के एजेंडे के अनुसार विदेशों में रिटायर्ड खिलाड़ियों (retired players) की भागीदारी को लेकर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारी घरेलू सरजमीं पर होने वाले वनडे विश्व कप (ODI World Cup) के लिए स्टेडियमों को ‘अपग्रेड’ करने के लिए ‘रोडमैप’ पर भी फैसला करेंगे।