भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीसआई) ने दिल्ली हाई कोर्ट को बुधवार को बताया कि इंडियन प्रीमियर लीग के सभी मैचों को टाल दिया गया है। इसलिए राष्ट्रीय राजधानी में निर्धारित खेलों को रोकने संबंधी याचिका में अब कुछ बचता नहीं है। आईपीएल मैचों के स्थगन की जानकारी सॉलीसीटर जनरल तुषार मेहता ने मुख्य न्यायाधीश डी एन पटेल और न्यायमूर्ति जसमीत सिंह की पीठ को दी है।
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीसआई) ने दिल्ली हाई कोर्ट को बुधवार को बताया कि इंडियन प्रीमियर लीग के सभी मैचों को टाल दिया गया है। इसलिए राष्ट्रीय राजधानी में निर्धारित खेलों को रोकने संबंधी याचिका में अब कुछ बचता नहीं है। आईपीएल मैचों के स्थगन की जानकारी सॉलीसीटर जनरल तुषार मेहता ने मुख्य न्यायाधीश डी एन पटेल और न्यायमूर्ति जसमीत सिंह की पीठ को दी है।
अदालत ने याचिकाकर्ता की ओर से किसी के पेश नहीं होने के कारण मामले को 19 मई तक के लिए स्थगित कर दिया है। यह याचिका, वकील, करण एस ठकराल ने दायर की है, जिन्होंने दलील दी कि दिल्ली में ऐसे वक्त में आईपीएल मैच कराना जब शहर ऑक्सीजन, बिस्तरों और आवश्यक दवाओं की कमी से जूझ रहा है और लोग अपने प्रियजनों का अंतिम संस्कार कर रहे हैं, अनुचित एवं अन्यायपूर्ण है।
उन्होंने अपील की थी कि मौजूदा परिस्थितियों में आईपीएल खेलों को दिल्ली में रद्द कर दिया जाए। साथ ही स्टेडियम को कोविड देखभाल केंद्र के तौर पर प्रयोग किया जाएगा। आईपीएल का एक मैच पहले ही 28 अप्रैल को फिरोजशाह कोटला स्टेडियम (अब अरुण जेटली स्टेडियम) में हो चुका है और आखिरी मैच आठ मई को होना था।
याचिका में कहा गया कि एक तरफ, लोग अस्पतालों में बिस्तरों की कमी की वजह से मर रहे हैं और अपने प्रियजनों के अंतिम संस्कार के लिए कतार में प्रतीक्षा करते दिख रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ संसाधनों के सर्वोत्कृष्ट प्रयोग की बजाय, प्रतिवादियों ने आईपीएल के आयोजन को उचित ठहराया है।