उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक बेहद की खौफनाम मामला हुआ। यहां पर एक प्रेमी ने अपनी प्रेमिका की बेरहमी से हत्या कर दी, जिसके बाद शव को सूटकेस में भरकर 95 किलो मीटर दूर ले जाकर यमुना में फेंक दिया। घटना के बाद आरोपी पुलिस को लगातार गुमराह करता है। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने पूरी वारदात को कबूल किया।
कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक बेहद की खौफनाम मामला हुआ। यहां पर एक प्रेमी ने अपनी प्रेमिका की बेरहमी से हत्या कर दी, जिसके बाद शव को सूटकेस में भरकर 95 किलो मीटर दूर ले जाकर यमुना में फेंक दिया। घटना के बाद आरोपी पुलिस को लगातार गुमराह करता है। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने पूरी वारदात को कबूल किया। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि, आरोपी ने हत्या के बाद दोस्त के साथ मिलकर शव को ठिकाने पर लगाया था। अब पुलिस ने आरोपी और उसके दोस्त को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
कानपुर देहात के रूरा थाना इलाके के सुजनीपुर निवासी विजयश्री की बेटी आकांक्षा (20) अपनी बड़ी बहन के साथ बर्रा में किराये के घर पर रहती थी। आकांक्षा की दोस्ती इंस्टाग्राम के जरिए फतेहपुर क बिंदकी थाना क्षेत्र के हीरखेड़ा निवासी सूरज से एक साल पहले हुई थी। वहीं, सूरज एक रेस्टोरेंट में काम करता था, जहां उसने आकांक्षा की भी नौकरी लगवा दी। बर्रा स्थित घर से रेस्टोरेंट की दूरी ज्यादा होने की बात कहते हुए सूरज ने आकांक्षा को हनुमंत विहार स्थित किराए का कमरा दिलवा दिया था।
इसी दौरान आकांक्षा को सूरज के दूसरे लड़की के साथ प्रेम संबंधों की जानकारी मिली। इसके बाद सूरज और आकांक्षा के बीच विवाद होने लगा। बताया जा रहा है कि, विवाद के बीच ही सूरज ने आकांक्षा की गला दबकार हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए सूरज ने फतेहपुर के जाफरगंज थानाक्षेत्र के खानपुर कदीम निवासी दोस्त आशीष को घर बुलाया। इसके बाद शव सूटकेस में रखकर बाइक से बांदा के चिल्लाघाट लेकर पहुंचे और यमुना में फेंक दिया।
उधर, आकांक्षा के परिजनों ने बेटी से संपर्क नहीं होने पर गुमशुदगी दर्ज कराई। आकांक्षा की मां ने सूरज के खिलाफ 16 सितंबर को रिपोर्ट दर्ज कराई तो पुलिस ने सीडीआर और मोबाइल लोकेशन के आधार पर आरोपी और दोस्त को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में सूरज ने पूरे घटनाक्रम को बताया। उसने बताया कि, आकांक्षा शादी का दबाव बना दुष्कर्म के केस में फंसाने की धमकी देती थी। इसीलिए उसे मार डाला। शव को सूटकेस में रखकर दोस्त के साथ बाइक से 95 किलोमीटर दूर बांदा के चिल्लाघाट पर पहुंचा।