भगवान शिव की पूजा बेलपत्र अर्पित किए जाते है। पौराणिक ग्रंथों में वर्णित है बेलपत्र भगवान शिव को अतिशय प्रिय है।
Belpatra Ka Totka : भगवान शिव की पूजा बेलपत्र अर्पित किए जाते है। पौराणिक ग्रंथों में वर्णित है बेलपत्र भगवान शिव को अतिशय प्रिय है। धार्मिक कथाओं के अनुसार माता पार्वती ने भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए घोर तपस्या की थी। अपने तपस्या की अवधि में माता पार्वती बेल पत्रों को प्रसाद के रूप में ग्रहण करती थीं । ज्योतिष शास्त्रों में बेलपत्र के टोटके के बारे में बताया गया है। बेलपत्र के टोटके के चमत्कारी परिणाम प्राप्त होते है। बेल पत्र की महिमा निराली है। शिव पूजा में शिवलिंग पर बेलपत्र अर्पित करने से भगवान शिव की साक्षात कृपा प्राप्त होती है। आइये जानते ळै बेलपत्र के कुछ आसान टोटकों के बारे में।
सावन सोमवार के दिन शिवलिंग का जलाभिषेक करें, फिर शिवलिंग पर 5 बेलपत्र अर्पित करें और इसके साथ दूध और शहद से अभिषेक करें। किसी भी सावन सोमवार से शुरुआत करके यह उपाय 11 सोमवार तक करें। इससे भोलेनाथ आपकी मनोकामना पूरी करेंगे।
यदि परिवार में कोई समस्या लंबे समय से बीमार है तो सावन महीने में किसी भी दिन यह उपाय कर लें। इसके लिए तांबे के लोटे में जल लेकर उसमें पीला चंदन डालें, साथ ही 108 बेलपत्र डालें। फिर शिवलिंग पर जल चढ़ाएं और एक-एक करके बेलपत्र अर्पित करें। ऊं नम: शिवाय मंत्र का जप करते रहें और भोलेनाथ से बीमार व्यक्ति को अच्छा स्वास्थ्य देने की प्रार्थना करें। रोगी की सेहत में सुधार होगा।