सूर्य भगवान का एक और नाम भानू भी है। हिंदी पंचांग के अनुसार, सप्तमी तिथि के स्वामी या अधिपति देव स्वयं भगवान सूर्य हैं। जब किसी भी माह की सप्तमी तिथि रविवार के दिन होती है, तो उस दिन भानु सप्तमी होती है।
Bhanu Saptami 2022 : सूर्य भगवान का एक और नाम भानू भी है। हिंदी पंचांग के अनुसार, सप्तमी तिथि के स्वामी या अधिपति देव स्वयं भगवान सूर्य हैं। जब किसी भी माह की सप्तमी तिथि रविवार के दिन होती है, तो उस दिन भानु सप्तमी होती है। भानु सप्तमी का हिंदू धर्म में बहुत महत्व है। भानु सप्तमी को बहुत शुभ माना जाता है। ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि 22 मई दिन रविवार को है, इसलिए भानु सप्तमी व्रत इस दिन रखा जाएगा।
वैसे भी ज्येष्ठ माह में सूर्य देव के भानु स्वरूप की पूजा करते हैं। यह दिन सूर्यनारायण के सातवें विग्रह का है, जो तेज रूप में पूरी सृष्टि में निवास करते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, सूर्य देव की पूजा करने से दुख, रोग, पाप आदि नष्ट हो जाते हैं। सूर्य देव की कृपा से धन, धान्य, वंश और सुख में वृद्धि होती है। भानु सप्तमी के पुण्य प्रभाव से पिता के साथ रिश्ता मजबूत होता है। भानु सप्तमी के दिन भक्त सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए आदित्य हृदय स्तोत्र का जाप करने के साथ-साथ महाभिषेक करके भगवान सूर्य की पूजा करते। इस दिन जप, होम, दान आदि करने पर उसका सूर्य ग्रहण की तरह अनंत गुना फल प्राप्त होता है। सूर्य प्रत्यक्ष देवता हैं। इनकी अर्चना से मनुष्य को सब रोगों से छुटकारा मिलता है।