भारतीय किसान यूनियन (Bharatiya Kisan Union) के राष्ट्रीय प्रवक्ता और किसान आंदोलन (Kisan Andolan) के प्रमुख नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने रविवार को हमीरपुर के मौदाहा पहुंचे हैं। राकेश टिकैत ने कहा कि मोदी सरकार ( Modi Government) तीन कृषि कानून बनाकर रोटी को तिजोरी में बंद करने की कोशिश कर रही है। टिकैत ने कहा कि रोटी बाजार की चीज नहीं बल्कि सभी की जरूरत की चीज है।
हमीरपुर। भारतीय किसान यूनियन (Bharatiya Kisan Union) के राष्ट्रीय प्रवक्ता और किसान आंदोलन (Kisan Andolan) के प्रमुख नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने रविवार को हमीरपुर के मौदाहा पहुंचे हैं। राकेश टिकैत ने कहा कि मोदी सरकार ( Modi Government) तीन कृषि कानून बनाकर रोटी को तिजोरी में बंद करने की कोशिश कर रही है। टिकैत ने कहा कि रोटी बाजार की चीज नहीं बल्कि सभी की जरूरत की चीज है।
मोदी सरकार को बड़ी कंपनियां चला रही हैं, सारे संसाधन औने-पौने में उनको बेचे जा रहे हैं
राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार को बड़ी कंपनियां चला रही हैं। सारे संसाधन औने-पौने में उनको बेचे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि रेलवे, एयरपोर्ट, एलआईसी, भारत पेट्रोलियम सब बेचने की तैयारी है, जिसका संयुक्त किसान मोर्चा विरोध कर रहा है। टिकैत ने कहा कि बेरोजगारी झेल रहे देश के करोड़ों नौजवानों को इस लड़ाई में आगे आना होगा, सामने आकर उन्हें इस लड़ाई में शामिल होना होगा।
क्या सरकार बताएगी कि किसान कौन सा नारा लगाएं और कौन सी पूजा पद्धति अपनाएं?
हमीरपुर के मौदाहा में बुन्देलखण्ड की किसान महापंचायत (Kisan Mahapanchayat of Bundelkhand) में शिरकत करने सुबह ट्रेन से बांदा में उतरे राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा कि वह विस चुनाव लड़ेंगे या नहीं आचार संहिता (Code of conduct) के बाद तय करेंगे। फिलहाल तो लड़ने का तय नहीं है। राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने राजनीति के सवाल पर कहा कि जो जिस रंग के चश्मे से देखेगा उसे वैसा ही दिखेगा। उन्होंने कहा कि बीजेपी (BJP) मकसद चुनाव है, इसलिए हमें भी चुनाव से जोड़ रहे हैं लेकिन हमारा मकसद देश बचाना है। इसलिए यूपी ही नहीं पूरे देश में घूम रहे हैं। कुछ नारों को लेकर आई आपत्ति पर राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा कि क्या सरकार बताएगी कि किसान कौन सा नारा लगाएं और कौन सी पूजा पद्धति अपनाएं, यह अधिकार तो उन्हें संविधान में मिला है।
बीजेपी के पास ट्विटर तो हमारे पास है ट्रैक्टर और टैंकर
उन्होंने कहा कि वह सोशल मीडिया (Social Media) में सरकार से हार रहे हैं। लेकिन उनके पास ट्विटर है तो हमारे पास जवाब देने का हथियार ट्रैक्टर और टैंकर हैं। उन्होंने कहा कि युवा किसानों से सोशल मीडिया (Social Media) पर सक्रियता बढ़ाने को कहा गया है।
बुन्देलखण्ड के अफसरों और नेताओं ने केवल यहां की प्राकृतिक संपदा लूटी है, यहां के लिए कोई कुछ नहीं किया
राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने बुन्देलखण्ड (Bundelkhand)के लिए तमाम योजनाएं बताते हुए कहा यह लागू कर दें तो पूरा क्षेत्र फिर सोने की चिड़िया बन जाए। उन्होंने कहा अफसरों और नेताओं ने केवल यहां की प्राकृतिक संपदा लूटी है, यहां के लिए कोई कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि यहां का 80 फीसदी पैसा यहीं लगा दिया जाए तो गरीब किसान खुशहाल हो जाए। बुन्देलखण्ड को आर्गेनिक स्टेट (Organic State to Bundelkhand) बनाकर इंटरनेशनल मार्केट ( International market) तक पहुंचाया जाए, विलेज टूरिज्म पॉलिसी (Village Tourism Policy) बने जिससे बुन्देलखण्ड को नेचुरल क्षेत्र का लाभ मिल सके।
हमीरपुर की मौदाहा गल्ला मंडी में महापंचायत में रात से जुट रहे हैं किसान
हमीरपुर की मौदाहा गल्ला मंडी (Moudaha Galla Mandi of Hamirpur) में रात से ही सैकड़ों किसान जुटने लगे। किसानों ने खानपान की व्यवस्था खुद संभाल रखी है। दूसरी तरफ प्रशासन ने कई जिलों से फोर्स बुलाकर सुरक्षा व्यवस्था संभाल रखी है। महापंचायत (Mahapanchayat) के लिए भाकियू ने न तो कोई अनुमति मांगी है, न प्रशासन ने कोई अनुमति दी है। अफसरों ने पंचायत पर रोक भी नहीं लगाई है। कहा कि किसानों को कोई दिक्कत नहीं होगी। उन्होंने कहा कि अपना बुंदेलखंड, अपना रोजगार योजना बनाई जाए।