समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खान (Azam Khan) को योगी सरकार (Yogi Government) ने मंगलवार को एक और बड़ा झटका दिया है। योगी कैबिनेट (Yogi Cabinet) ने जौहर ट्रस्ट (Jauhar Trust) से जमीन वापस लेने का निर्णय ले लिया है। आजम पर नियमों का उल्लंघन कर जमीन हासिल करने का आरोप लगा है।
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खान (Azam Khan) को योगी सरकार (Yogi Government) ने मंगलवार को एक और बड़ा झटका दिया है। योगी कैबिनेट (Yogi Cabinet) ने जौहर ट्रस्ट (Jauhar Trust) से जमीन वापस लेने का निर्णय ले लिया है। आजम पर नियमों का उल्लंघन कर जमीन हासिल करने का आरोप लगा है। मंगलवार को लोकभावन में योगी कैबिनेट (Yogi Cabinet) की बैठक के बाद बताया गया कि इस पर फैसला ले लिया गया है। यह जमीन समाजवादी पार्टी सरकार (Samajwadi Party Government) के कार्यकाल के दौरान जौहर ट्रस्ट (Jauhar Trust) को दी गई थी। जमीन पर एक पब्लिक स्कूल संचालित है।
जमीन जौहर ट्रस्ट को महज 100 रुपए सालाना किराए पर 30 साल के लिए दी गई थी जमीन
प्रदेश की योगी सरकार आजम खान (Yogi Government) के जौहर ट्रस्ट (Jauhar Trust) को 100 रुपए सालाना लीज पर दी गई माध्यमिक शिक्षा विभाग की जमीन को वापस ले ली है। बता दें कि तत्कालीन सपा सरकार में आजम खान के जौहर ट्रस्ट (Jauhar Trust) को माध्यमिक शिक्षा विभाग (Secondary Education Department) की 41181 वर्गफीट जमीन महज 100 रुपए सालाना किराए पर दी गई थी। अब माध्यमिक शिक्षा परिषद इस जमीन को वापस लेने जा रहा है। इस संबंध में प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है, जिस पर आज होने वाली कैबिनेट बैठक में मुहर लग सकती है। बताया जा रहा है कि तत्कालीन सपा सरकार में नियमों को ताक पर रखकर यह जमीन जौहर ट्रस्ट को महज 100 रुपए सालाना किराए पर 30 साल के लिए दी गई थी। इस जमीन पर जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) का कार्यालय था।
बीजेपी नेता आकाश सक्सेना ने की थी शिकायत
मुर्तजा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (Murtaza Higher Secondary School) की इस जमीन और भवन को लीज पर देने की शिकायत मौजूदा रामपुर विधायक आकाश सक्सेना (Rampur MLA Akash Saxena) ने तत्कालीन जिलाधिकारी रामपुर को की थी। जिसके बाद जिलाधिकारी रामपुर ने जांच के लिए चार सदस्यीय कमिटी का गठन किया था। कमेटी की जांच रिपोर्ट में आरोप सही पाए गए। जिसकी रिपोर्ट के आधार पर अब शासन की तरफ से इस जमीन को फिर से शिक्षा विभाग में निहित करने का प्रस्ताव तैयार किया गया है, जिस पार आज होने वाली कैबिनेट बैठक (Cabinet Meeting) में मंजूरी दे दी है।
इधर, आजम खान (Azam Khan) की मुश्किलें लगातार बढ़ी हुई हैं। बेटे अब्दुल्ला आजम के दो जन्म प्रमाण पत्र मामले में पत्नी और बेटे संग सात साल की सजा सुनाए के बाद आजम फिलहाल सलाखों के पीछे हैं। इधर, जौहर ट्रस्ट (Jauhar Trust) में अनियमितताओं को लेकर उनकी मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। उधर, जाने-माने ठेकेदार फरहत अली से आजम खान (Azam Khan) के रिश्तों को लेकर आयकर विभाग (Income Tax Department) ने भी शिकंजा कस दिया है।