उन्होंने पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को लिखे पत्र में कहा कि एक साल पहले शिवसेना (यूबीटी) के उप नेता के रूप में नियुक्त किए जाने के बावजूद उन्हें कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई।
मुंबई। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना को लगातार झटके लग रहे हैं। शनिवार को पूर्व विधायक शिशिर शिंदे ने पार्टी को छोड़ दी। उन्होंने उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर इस्तीफा दिया। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को लिखे पत्र में कहा कि एक साल पहले शिवसेना (यूबीटी) के उप नेता के रूप में नियुक्त किए जाने के बावजूद उन्हें कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई।
उन्होंने अपने पत्र में आरोप लगाया कि, पिछले छह महीनों में उद्धव ठाकरे से मिलना असंभव हो गया था। अपने पत्र में उन्होंने लिखा है कि, चार साल तक उन्हें कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई, फिर उन्हें एक अलंकारिक पद दिया गया, इसलिए उनके जीवन के चार साल बर्बाद हो गए। बता दें कि, शिशिर शिंदे की पहचान तेज तेजतर्रार शिवसेना कार्यकर्ता के रूप में की जाती है।
इनके पार्टी छोड़ने से उद्धव गुट को बड़ा झटका माना जा रहा है। बता दें कि, शिंदे तब प्रसिद्ध हुए जब उन्होंने 1991 में कुछ अन्य पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ भारत-पाकिस्तान मैच को होने से रोकने के लिए मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम की पिच खोद दी थी।